Special Buses on Chhath : इस साल बिहार में विधानसभा चुनाव काफी दिलचस्प होने वाला है. इस बार सरकार कुछ ऐसा इंतजाम कर रही है कि ऐसे लोग भी विधानसभा में वोटिंग कर सकें जो आजीविका के लिए अपने प्रदेश से दूर रहते हैं और अन्य राज्यों में जाकर काम करते हैं. सरकार ऐसे प्रवासी बिहार के लोगों को उनके घर तक पहुंचने में मदद करेगी. ये जानकारी उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने सोशल मीडिया पर शेयर किया है.
अब होली, दिवाली, छठ जैसे #त्योहारों में बिहार लौटना होगा आसान।
त्योहार के समय बिहार वासियों को घर लाने के लिए एनडीए सरकार चलाएगी 299 बसें।#FestivalSpecial #Bus #NDAGovt #NitishKumar pic.twitter.com/g24nRA9w25
— Samrat Choudhary (@samrat4bjp) June 26, 2025
Special Buses on Chhath : हर साल दिवाली छठ पर बढ़ जाते हैं टिकटों के दाम
दिवाली से लेकर छठ पर्व के लिए देश भर से बिहार के श्रमिक और अन्य राज्यों में रह रहे लोग वापस अपने घर आते हैं. इसके लिए आमतौर पर रेलवे या फ्लाइट्स में या तो टिकट्स मिलते नहीं हैं, या मिलते भी हैं को काफी महंगे हो जाते हैं. लेकिन इस बार राज्य की सरकार कई राज्यों से आने वाले बिहार के लोगों को लाने के लिए खास इंतजाम कर रही है.
परिवहन विभाग चलायेगा स्पेशल बसें
बिहार राज्य परिवहन विभाग ने इस बार दूर्गापूजा, दीपावली और छठ महापर्व में आने वाली अप्रवासी बिहारियों को आने-जाने की सुविधा के लिए स्पेशल बसें चलाने का निर्णय लिया है. ये बसें उत्तरप्रदेश, दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम बंगाल से चलाई जायेंगी. विभाग की अधिसूचना के मुताबिक इन बसों के परिचालन से प्रति दिन तीन हजार यात्री आ-जा सकेंगे.
तीन करोड़ से अधिक प्रवासी बिहारियों के आने की उम्मीद
त्योहार के मौके पर बिहार आने वाले लोगों का मोटा मोटी अनुमान लगाने के लिए परिवहन विभाग ने पिछले कई वर्षों का एक आंकड़ा तैयार किया है. इस आकड़ों को आधार पर उन राज्यों से विशेष बसें चलाई जायेंगी, जहां से ज्यादा अप्रवासी बिहारी वापस अपने गांव या शहर लौटते हैं.फिलहाल एसी और नान-एसी बसें दिल्ली, यूपी, पंजाब, हरियाणा और पश्चिम बंगाल से चलाने का फैसला किया गया है.बसों का परिचालन पीपीपी मोड में शुरू करने का फैसला लिया गया है.
अगले पांच वर्षो के लिए किया प्लान तैयार
परिवहन विभाग ने त्योहारों के मौके पर खास सुविधाएं मुहैय्या कराने के लिए अगले 5 साल का प्लान तैयार किया है . इसके तहत दुर्गापूजा से छठ पूजा तक, यानी करीब दो महीने और होली में एक महीने के लिए पीपीपी मोड पर बसों का परिचालन करने का फैसला किया गया है. इन बसों के द्वारा रोजाना तीन हजार से 4 हजार लोग आ जा सकेंगे. पीपीपी मोड में 150 बसें चलाई जायेंगी. बिहार का परिवहन निगम इन सेवाओं के शुरु करने के लिए 75 एसी बसें खरीदेगा.एसी बसों की खरीद के लिए विभाग ने 55.50 करोड़ तो 74 नॉन एसी बसों के लिए 50.32 करोड़ मंजूर किए हैं.