Bollywood News: पूरा भारत फिल्मों का दीवाना है लेकिन आज सिनेमा का नहीं ओटीटी का दौर शुरू हो चूका है जहाँ फ़िल्में आती हैं और लोग उसे अपने घर बैठे देखकर मज़ा भी लेते हैं. लेकिन फिल्मों का वो दौर जब थिएटर के बाहर लम्बी सी लाइन लगा करती थी. एक टिकट के लिए सिनेमा थिएटर जंग का मैदान बन जाया करता था वो दौर कभी भुलाया नहीं जा सकता. क्योंकि आज के दौर में फिल्में देखना बहुत आसान हो गया है.
सबसे ज्यादा लंबे समय तक थिएटर्स में चलने वाली 5 फिल्में
बस फिल्म लॉन्च हुई नहीं कि उसे अपने आराम के हिसाब से कभी भी देख सकते हैं. फिल्में भी ऐसी होती थीं जो महज दो या तीन सप्ताह में पर्दे से नहीं उतरती थीं बल्कि सालों साल तक थिएटर में टिकी रहती थीं. तो आज हम आपको बताते हैं कुछ ऐसी फिल्मों के बारे में जो ना केवल सबसे ज्यादा दिनों तक सिनेमाघर में लगी रहीं. बल्कि बॉलीवुड का चेहरा बदलकर रख दिया.
दिल वाले दुल्हनियां ले जाएंगे
शाहरुख खान और काजोल की फिल्म दी वाले दुल्हनियां ले जाएंगे. ये फील साल 1995 में सिनेमाघरों में रिलीज़ की गई थी. लेकिन इस फिल्म के टिकट आज निल रही है, ये फिल्म अब तक मुंबई के टॉकीज मराठा मंदिर में लगी हुई है. 29 साल बाद भी इस फिल्म के टिकट मिल रहे हैं और लोग इस फिल्म को देखने के लिए जाते है. अगर आप चाहें तो बुक माय शो से टिकट बुक कर सकते हैं.
शोले
ये फिल्म जिस समय रिलीज़ हुई थी इसने सिनेमाघरों में धमाल मचा दिया था. अमिताभ बच्चन, जय बच्चन, हेमा मालिनी और धर्मेंद्र की फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर जमकर शोले बरसाए थें. ये फिल्म करीब 286 हफ्ते टॉकीज में लगी रही. 1975 में आई फिल्म करीब पांच साल तक मिनर्वा थिएटर में देखी जाती थी.
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मुगल ए आजम
ये फिल्म हिंदी फिल्म इंड्स्ट्री के लिए किसी शाहकार से कम नहीं है. फिल्म के स्टार्स का उम्दा अभिनय और शानदार डायलॉग्स फिल्म की जान थे. भव्य सेट्स ने भी फिल्म को खास बनाया था. 1960 में रिलीज हुई के आसिफ की ये फिल्म तीन साल तक थिएटर से नहीं उतरी थी.
किस्मत
अशोक कुमार और मुमताज की ये फिल्म भी बुलंद किस्मत लेकर रिलीज हुई थी. 1943 में रिलीज हुई फिल्म को दर्शकों ने जी भरकर प्यार दिया. ये पहली ऐसी फिल्म मानी जाती है जिसमें लीड कैरेक्टर को निगेटिव शेड में दिखाया गया और लड़की को शादी से पहले प्रेग्नेंट बताया गया. फिल्म करीब साढ़े तीन साल तक कोलकाता के रॉक्सी सिनेमा में लगी रही.
बरसात
राज कपूर और नरगिस की साल 1949 में रिलीज हुई ये इंटेंस लव स्टोरी भी दो साल तक थिएटर से नहीं उतरी. इसी फिल्म की रिलीज के बाद राज कपूर ने ऐतिहासिक आरके स्टूडियो की स्थापना की थी.