बिहार विधानसभा के शीतकालीन सत्र का आखिरी और पांचवें दिन भी जमकर हंगामा हुआ. सदन की बैठक शुरु होते ही बीजेपी समेत विपक्ष के सांसद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे और माफी की मांग को लेकर हंगामा करने लगे. बीजेपी नेता पोस्टर और बैनर लेकर सदन में पहुंचे थे. हंगामे को देखते हुए सदन की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थागित कर दी गई. इसके बाद पूर्व सीएम जीतन राम मांझी बीजेपी नेताओं के साथ धरने पर बैठे, कहा- इस्तीफा दें नीतीश कुमार. विधानसभा अध्यक्ष के चेंबर के बाहर बीजेपी विधायकों के साथ धरने पर बैठै हैं मांझी.
बीजेपी ने किया सदन में प्रदर्शन
बीजेपी विधायकों ने बिहार के मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर राज्य विधानसभा में विरोध प्रदर्शन किया. बीजेपी विधायक जीतन राम मांझी को लेकर दिए बयान से भी नाराज़ थे.
#WATCH पटना: बीजेपी विधायकों ने बिहार के मुख्यमंत्री के इस्तीफे की मांग को लेकर राज्य विधानसभा में विरोध प्रदर्शन किया। pic.twitter.com/GuoaTw5oFi
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 10, 2023
नीतीश ने मांझी के बारे में क्या कहा था
असल में शीतकालीन सत्र के चौथे दिन यानी गुरुवार को जब सदन में जाति गणना और बिहार आरक्षण विधेयक पर चर्चा हो रही थी तभी जीतन राम माजी ने कहा कि, जनगणना का काम सही तरीके से नहीं हुआ है. इसलिए लोगों को ठीक से लाभ नहीं मिला. माझी ने जाति गणना के आकड़ों पर भी सवाल उठाए. जिसे सुन सीएम नीतीश कुमार भड़क गए और कहा कि मांझी को कोई आइडिया नहीं है वो क्या बोल रहे हैं. नीतीश कुमार ने तैश में आकर ये भी कहा कि ”मेरी मूर्खता थी कि तुमको मुख्यमंत्री बनाया. दो महीने में ही मेरी पार्टी के लोग कहने लगे कि कुछ गड़बड़ है इन्हें हटाओ… फिर मैं (सीएम) बन गया… वे(जीतन राम मांझी) कहते रहते हैं कि वह भी मुख्यमंत्री थे… वह मेरी मूर्खता के कारण मुख्यमंत्री बने…” उन्होंने मांझी पर आरोप भी लगाया कि वो अब गवर्नर बनना चाहते हैं.
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