पश्चिम बंगाल में शिक्षा घोटाले में गिरफ्तार पार्थो चटर्जी के मामले में TMC बैकफुट पर है और बीजेपी को जमकर हमला करने का मौका मिला है. शिक्षक भर्ती घोटाले में गिरफ्तारी और जांच के मामले में आये दिन हो रहे नये खुलासों ने ममता बनर्जी के लिए मुश्किलें बढ़ा दी है. पार्थो चटर्जी और उसकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के बंगलों से मिले आकूत धन ने बीजेपी को इसे मुद्दा बनाने का अवसर दिया है.बीजेपी ने बंगाल में होने वाले पंचायत चुनाव में भ्रष्टाचार को बड़ा मुद्दा बनाकर ममता बनर्जी को घेरने की तैयारी शुरु कर दी हैं. बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने टीएमसी के भ्रष्टाचार के खिलाफ बिगुल फूंकने का ऐलान किया है. इसी कड़ी में सोमवार को बंगाल बीजेपी के नेताओं ने संसद भवन परिसर में गांधी मूर्ति के पास ममता बनर्जी और बंगाल में व्याप्त भ्रष्टाचार के खिलाफ नारेबाजी किया. बीजेपी नेताओं ने नारा लगाया- “बुआ(ममता बनर्जी) चोर, भतीजा( अभिषेक बनर्जी) चोर, कुणाल चोर, पार्थो चोर .. टीएमसी का हर नेता चोर.. चोरों को पकड़ो जेल भरो “
पार्थो चटर्जी और उसकी सहयोगी अर्पिता मुखर्जी के घर से मिले करोड़ों की संपत्ति ने बंगाल में व्याप्त भ्रष्टाचार की पोल खोल दी है. हालांकि घोटाले में नाम आने के बाद अपने उपर पड़ रहे चौतरफा दवाब को देखते हुए ममता बनर्जी ने पार्थो चटर्जी को मंत्री पद और टीएमसी के सभी पदों से तत्काल हटा दिया है लेकिन केवल इतना कर देने से ममता बनर्जी की मुश्किलें कम होती दिखाई नहीं दे रही है. बीजेपी ने दिल्ली से हल्ला बोल शुरु किया है और बंगाल में भी जम कर हल्ला बोलने की तैयारी है.
बंगाल बीजेपी अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने कहा है कि बंगाल के लोगों ने नोटों का अंबार देखा है.बंगाल में पिछले कुछ समय से शिक्षा व्यवस्था चरमराई हुई है. बिना मंत्री के निर्देश के एक पत्ता भी नहीं हिलता है.वहां सारी जिम्मेदारी एक नेता पर डालकर पल्ला झाड़ने की कोशिश की जा रही है,बीजेपी चाहती है कि इस मामले की जांच ईडी और सीबीआई करे और असली दोषी को सजा मिले.
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने जो कुछ कहा उससे जाहिर है कि अब इस मामले में सीबीआई की भी एंट्री हो सकती है. ऐसे में ममता बनर्जी की मुश्किलें तत्काल कम होती नजर नहीं आ रही है.