रायपुर: छत्तीसगढ़ में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं, इसलिए यहां का राजनीतिक मौसम गरमा रहा है. शनिवार को बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित क्षेत्र बस्तर का दौरा किया.यहां उन्होंने राज्य में नक्सल और नक्सली घटनाओं से जुड़ी कई बातें कहीं.अब सीएम भूपेश बघेल ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा के बयान पर चुटकी ली है. बूपेश बघेल ने कहा ” कल (शनिवार) जे.पी नड्डा बस्तर आए थे और उन्होंने नक्सली घटना में जिनकी मृत्यु हुई उन्हें शहादत दी, ये अच्छी बात है लेकिन जो रोड एक्सीडेंट है उसे भी नक्सली घटना में शामिल कर दिए . रोड एक्सीडेंट में जिसकी मृत्यु हुई थी, जगदलपुर में वह गाड़ी पकड़ी गयी और वह व्यक्ति भी पकड़ा गया. उसने स्वीकार किया कि मेरे गाड़ी से एक्सीडेंट हुआ है. इसको कैसे नक्सली घटना में वह शामिल कर दिए. यह एक अजीब बात देखने को मिली है.भूपेश बधेल ने तंज किया कि बीजेपी के नेता चुनाव से पहले यहां आय़े और बिना तथ्यों की जानकारी के कुछ भी बोल कर चले गये.
भाजपा ने राजभवन को राजनीति का अखाड़ा बनाया- भूपेश बघेल
नए राज्यपाल आ रहे हैं उनका स्वागत है हमारे पड़ोसी राज्य से आ रहे हैं. अनुभवी विधायक भी रहे हैं. राज्यपाल रहे हैं आंध्र प्रदेश के,अब वो राज्यपाल बनकर यहां आ रहे हैं उनका स्वागत है.” आरक्षण विधेयक पर अभी सिग्नेचर नहीं हुआ है और राज्यपाल अनुसुइया उइके अब जा रही हैं.मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा ” राज्यपाल ने कहा था कि 1 घंटे के भीतर में हस्ताक्षर कर दूंगी. मुझे उन्होंने कहा था लेकिन उसके बाद भाजपा जिला कार्यालय से जो पर्ची आती गई. राज्यपाल बहुत अच्छी महिला है सीधी-सादी है , मैंने पहले भी बोला है कि मेरी बड़ी बहन जैसी है, लेकिन जिस प्रकार से भाजपा के लोग राजभवन को राजनीति का अखाड़ा का केंद्र बना दिए थे वह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है”
नए राज्यपाल से क्या उम्मीद है?
छत्तीसगढ़ में राज्यपाल बदल दिये गये हैं.राज्यपाल अनुसूइया उइके की जगह पर बिस्व भूषण हरिचंदन राज्य के नये राज्यपाल बनाये गये हैं. नये राज्यपाल की नियुक्ति पर पत्रकारों के सवाल पर सीएम भूपेश बघेल ने कहा कि “पहले राज्यपाल को आने दीजिए उनसे मुलाकात करेंगे उनका स्वागत करेंगे फिर अपनी परेशानी बताएंगे ”
कल जे.पी नड्डा जब आए और सिंपथी(सहानुभूति) कार्ड खेला, ऐसा कहा गया है. उन्होंने भावुकता भरी बातें की है,उन्होंने कहा अब कांग्रेस को आराम दो और बीजेपी को काम दो
डेपी नड्डा के इस बयान पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा ” भाजपा में जितने चेहरे देख लीजिए सब थके हुए चेहरे है. वो 15 साल सत्ता में रहे और अब वह थक गए हैं. उसी चेहरे को सामने करके वह आ रहे हैं. छत्तीसगढ़ की जनता बिल्कुल उससे उम्मीद नहीं कर सकती. नक्सली पीछे हटे है इसमें कोई शक नहीं. पहले वह हमला करते थे सामूहिक रूप से अब उन्होंने रणनीति बदली है, घर में जाओ और गोली मार के आ जाओ या उसकी हत्या कर दो. इसका मतलब यह है कि वह कमजोर हुए हैं उनकी ताकत कम हुई है. आप रिकॉर्ड निकाल कर देखेंगे लगभग 600 गांव हमने नक्सलियों से खाली कराया है. यह हमारे वीर बहादुर जवानों की ताकत है और हमारी रणनीति है. 300 स्कूल फिर से प्रारंभ किए हैं जो स्कूल भाजपा शासनकाल में बंद हो गए थे. पिछले साल के आंकड़े देखेंगे तो सबसे कम नागरिकों के हताहत होने की , सबसे कम जवानों की हताहत होने की और हथियार लूटने की खबर है. हमारी जो सुरक्षा विश्वास और विकास की नीति है, उसके चलते यह सफल हुआ है.”
जिन कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है भाजपा उस पर न्यायिक जांच की मांग कर रही है.
इस सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा ” इसमें कौन सा षड्यंत्र है वह यह बताएं. भीमा मंडावी की जो हत्या हुई, पुलिस उसकी जांच कर रही थी, इन्होंने एनआईए भेज दिया. एनआईए की रिपोर्ट में क्या आया क्या किसी को पता है? अब यदि इस घटना को भी आप चाहे एनआईए तो ले सकती है वह तो बिना राज्य सरकार के सहमति से लेती है .उनसे करा ले जांच हमें कोई एतराज नहीं है. वह सेंट्रल के एजेंसी से जांच करा ले हमें कोई एतराज नहीं है.”
स्वामी निश्चलानंद के बयान- ‘ना मोदी गौ हत्या पर लगाम लगा पाए ना योगी लगा पा रहे हैं हमें इन दोनों से बड़ी उम्मीद थी,लेकिन दोनों योग्य नहीं है’
इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा ” बिल्कुल ठीक कह रहे हैं वह क्योंकि यह धर्म के नाम पर से वोट ले सकते हैं, उनके हित के लिए कोई काम नहीं कर सकते. हिंदू और हिंदुत्व के नाम पर वोट लेने का काम किया सरकार में आए एक बार नहीं दो बार है लेकिन लोगों को मिला क्या महंगाई, बेरोजगारी, नफरत और हिंसा. कभी वो गाय माता पर जय बोलते हैं उनके नाम पर वोट भी ले लेते हैं लेकिन सेवा के नाम से जीरो है. गाय की सेवा तो कांग्रेस की सरकार छत्तीसगढ़ में कर रही है और निरंतर हम लोग जोर दे रहे हैं कि और कैसे बेहतर किया जा सकता है”