बेगूसराय फायरिंग मामले में एक ट्विस्ट आ गया है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले ही बोल चुके हैं कि ये किसी की साजिश है सरकार को बदनाम करने की. किसी ने साजिश के तहत फायरिंग करवाई है. और अब जो कुछ भी हो रहा है उससे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का शक सच साबित हो सकता है. गिरफ्तार आरोपियों के तार बीजेपी से जुड़ते दिख रहे हैं.
दरअसल बेगूसराय फायरिंग के मामले में पुलिस ने जिस केशव कुमार उर्फ नागा को झाझा से गिरफ्तार किया है उसके मां बाप बीजेपी के सांसद राकेश सिन्हा से मिलने गए हैं.
नागा की मां का कहना है कि घटना के वक्त उनका बेटा घर पर था और उसके बाद वो पास के एक ढ़ाबे पर था इसका सबूत है सीसीटीवी फुटेज. सीसीटीवी फुटेज में केशव घटना के समय बिहट के ही एक ढ़ाबे पर बैठा दिख रहा है. केशव उर्फ नागा की मां का कहना है कि उसकी बेगुनाही का सबूत है सीसीटीवी फुटेज, इसके बावजूद पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इसलिए वो बीजेपी के नेता राकेश सिन्हा से मिलने जा रही हैं ताकि उन्हें न्याय मिल सके.
अब सवाल उठता है कि बेगूसराय फायरिंग के मास्टर माइंड केशव उर्फ नागा की मां बीजेपी के नेता राकेश सिन्हा से ही क्यों मिलने गई. अगर उनके बेटे के साथ अन्याय हुआ है तो एसपी या डीएम के पास जाना चाहिए था.उस प्रशासन के पास जाना चाहिए था जिसने अन्याय किया है ताकि गलती सुधारी जा सके. लेकिन न्याय के लिए प्रशासन के पास ना जाकर बीजेपी के सांसद राकेश सिन्हा से मिलने जाना शक पैदा करता है. वही शक जो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार जता चुके हैं.
हो सकता है कि केशव उर्फ नागा और उसके परिवार का बीजेपी से कोई लेनादेना ना हो लेकिन इस मौके पर उनका बीजेपी के नेता से मिलना सत्ता पक्ष को हमला करने का हथियार दे सकता है.राजनीति के माहिर खिलाड़ी नीतीश कुमार इस मुद्दे को हाथ से जाने नहीं देंगे.