सीतामढ़ी ( रिपोर्ट -आशुतोष कुमार) बिहार में एक तरफ शराबबंदी कानून लागू है वहीं दूसरी तरफ खुलेआम कानून की धज्जियां उड़ते देखा जा सकता है. बढ़े लिखे प्रबुद्ध लोगों से लेकर आम लोग तक कहीं ना कहीं इस कानून की खिल्लियां उड़ाते देखे जा सकते हैं .ताजा मामला सीतामढ़ी में सामने आया. सीतामढ़ी में ठेले पर Nepali sharab शराब बेचने का एक वीडियो सामने आया है. ठेले पर शराब इस तरह से बेची जा रही थी जैसे कोई सब्जी तरकारी . नए साल पर ये नाजार भारत नेपाल बॉर्डर पर बसे बैरगनिया प्रखंड में दिखाई दिया . बॉर्डर एरिया होने के कारण ये इलाका नेपाल से लगा हुआ है और यहां नेपाल की तरफ से लोग आराम से आ जा सकते हैं.
नये साल पर सीतामढी में ठेले पर बिकी शराब, नेपाल की सोफी शराब से लोगों ने मिटाई अपनी तलब….#Bihar #BiharNews @NitishKumar pic.twitter.com/RmJNwVE3tV
— THEBHARATNOW (@thebharatnow) January 2, 2024
Nepali sharab से मना नये साल की जश्न
इस वीडियो आप देख सकते हैं कि ठेले पर कुछ बोतले रखी गई है. देखने में ये पानी की बोतले लग रही है, लेकि नये पानी नहीं बल्कि नेपाल में बनने वाली सौफी नाम की शराब है . ठेले पर रखकर इस बेचा गया और लोगों ने हाथों हाथ इसे उठा लिया. कुछ ही मिनट में पूरी शराब की बोतलें बिक गई.
बिहार में शराबबंदी की हकीकत
आपको बता दें कि नीतीश कुमार के शराबबंदी की हकीकत क्या है इस वीडियो देखा जा सकता है . यह सौफी शराब सीतामढ़ी जिले के बैरगनिया प्रखंड के पटेल चौक पर बेचे जाने की बात कही जा रही है. वायरल वीडियो में दावा किया जा रहा है कि यह वीडियो बैरगनिया का है और बैरगनिया के पटेल चौक पर खुलेआम सोफी शराबी की जा रही है. बैरगनिया भारत नेपाल बॉर्डर पर स्थित आखिरी प्रखंड है और शराबबंदी कानून बिहार में लागू है .
जहरीली शराब से लगातार होती रहती हैं मौते
बिहार में जहरीली शराब से एक अब तक सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, इसके बावजूद कई जगहों पर इसी तरह शराब कि बिक्री होती देखी जा सकती है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बार बार बोले जाने के बावजूद ना तो स्थानीय प्रशानस इसे लेकर सख्त है ना ही लोकल लोग. आप देख ही सकते हैं कैसे ठेले पर रखकर आराम से शराब बेची जा रीह है . जैसे राज्य में शराबबंदी नाम की कोई चीज ही नहीं है.