Tuesday, October 14, 2025

सीट शेयरिंग पर नीतीश-समराट में मतभेद, एनडीए में बढ़ा तनाव

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बिहार में पहले चरण की नामांकन प्रक्रिया में महज 4 दिन ही बचे हैं, लेकिन एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर कोई सहमति अब तक नहीं बन सकी है. कई दिनों से एनडीए के घटक दलों के बीच बातचीत चल रही है, लेकिन अब तक सीटों को लेकर कुछ भी ऐलान नहीं हो सका है. अंतिम दौर में चल रही बातचीत के बीच खबर है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सीटों के बंटवारे से खुश नहीं हैं. NDA में चार सीटों को लेकर पेच फंसा हुआ है, इसमें उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की भी सीट शामिल है.

उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की तारापुर सीट के अलावा 3 अन्य सीटें सोनबरसा,राजगीर और मोरवा भी शामिल हैं, जिसको लेकर एनडीए के अंदर खटपट की खबर है. कहा जा रहा है कि शीट शेयरिंग को लेकर जनता दल यूनाइटेड के नेता और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहमत नहीं दिख रहे हैं.

सम्राट चौधरी के लिए बीजेपी का प्लान B
बिहार में बीजेपी के सबसे बड़े चेहरे सम्राट चौधरी की तारापुर विधानसभा सीट पर भी पेच फंसा दिख रहा है. भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) यहां से सम्राट चौधरी को उतरने की तैयारी कर रही थी. लेकिन दावा है कि नीतीश कमार ने इस पर आपत्ति जताई. नीतीश की आपत्ति को देखते हुए बीजेपी ने सम्राट चौधरी के लिए प्लान B तैयार किया है और इस योजना के तहत उन्हें पटना की कुम्हरार या पटना साहिब सीट पर उतारने को लेकर विचार किया जा रहा है.

तारापुर सीट के अलावा जेडीयू नेता नीतीश जिन अन्य 3 सीटों को लेकर नाराज दिख रहे हैं, वो तीनों सीटें चिराग पासवान को दी गई हैं. नीतीश जिन 3 सीटों को वापस लेना चाहते हैं, उसमें सोनबरसा, राजगीर और मोरवा शामिल है. जबकि सोनबरसा सीट से नीतीश सरकार में मंत्री रत्नेश सदा जनता दल यूनाइटेड के उम्मीदवार हैं.

17 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल करने की मियाज
बिहार में इस बार 2 चरणों (6 और 11 नवंबर) में विधानसभा चुनाव कराए जा रहे हैं. पहले चरण के लिए नामांकन प्रक्रिया चल रही हैं और 17 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे. अब इसके लिए महज 4 दिन ही बचे हैं, लेकिन बिहार के प्रमुख राजनीतिक गठबंधनों के बीच सीट शेयरिंग को लेकर मामला उलझा हुआ है. एनडीए और महागठबंधन की ओर से अभी तक कोई ऐलान नहीं किया गया है.

कयास लगाए जा रहे हैं कि दोनों गठबंधनों की ओर से आज या कल तक सीटों को लेकर अंतिम मुहर लगाए जाने की उम्मीद है. महागठबंध में बातचीत के अंतिम दौर तक आते-आते राष्ट्रीय जनता दल और कांग्रेस में भी थोड़ा तनाव आ गया है. हालांकि गठबंधन को लेकर दोनों दलों के नेताओं की ओर से ‘सब कुछ है’, कहा जा रहा है.

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