दरभंगा: (रिपोर्टर सुभाष शर्मा) बिहार के प्रतिष्ठित ललित नारायण मिथिला विश्वविद्यालय से 200 – 300 गज की दूरी पर नारी शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से 1958 में महारानी रामेश्वरी महिला महाविद्यालय (MRM कॉलेज) Darbhanga MRM College का स्थापना की गई थी,लेकिन प्रशासनिक लापरवाही के चलते Darbhanga MRM College कैंपस में सालों से चल रहे धोबी घाट ने शैक्षणिक माहौल को बर्बाद कर रखा है.

Darbhanga MRM College बदहाल
कॉलेज परिसर को देखकर यह पता नहीं चलता है कि कॉलेज धोबी घाट में है या धोबी घाट कॉलेज में है. कॉलेज प्रशासन के द्वारा कई बार इसकी शिकायत अधिकारियों से की गई लेकिन आजतक इसका कोई समाधान नहीं निकला है. कॉलेज परिसर में धोबी घाट होने के कारण छात्राओं की परेशानी दिन – प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं. लेकिन इसे देखने वाला कोई नहीं है.
दरअसल, कॉलेज और विश्वविद्यालय प्रशासन की पहल पर शैक्षणिक माहौल में बदलाव लाने की लगातार कोशिश चल रही है लेकिन कॉलेज परिसर स्थित तालाब में आसपास के धोबियो की दबंगई इतनी ज्यादा है कि वो यहा कब्जा जमाकरअपना धंधा चलाते हैं. कालेज परिसर के अंदर कपड़े धोये भी जाते हैं और सुखाये भी जाते हैं. जिसके कारण कालेज का एक हिस्सा धोबीघाट बन कर रह गया है. यहां कॉलेज में होने वाली गतिविधियों जैसे स्पोर्ट्स मीट और बाकी चीजों के लिए दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
कॉलेज छात्रा ने बताई परेशानी
कॉलेज छात्रा प्रियंका ने बताया कि पूरे परिसर में कपड़े फैले रहते हैं. जिससे कॉलेज अच्छा नहीं लगता है. उन्होंने बताया कि स्पोर्ट्स के दौरान काफी परेशानी होती है. हमने कभी परिकल्पना नहीं की थी कि हमारे कॉलेज में ऐसी स्थिति होगी. इसको लेकर हमलोग कई बार मैनेजमेंट से बात कर चुके हैं. वहां से हमे आश्वासन मिल रहा है, कि इसे जल्द ठीक किया जाएगा.
विधायक से भी बात की, लेकिन कोई हल नही निकला
कॉलेज परिसर में कपड़ा धो रहे धोबी सुरेंद्र ने बताया कि हम लोगों के पास तालाब का ऑप्शन नहीं है. इसीलिए कॉलेज परिसर में घुसकर कपड़े धोने का तथा सुखाने का काम करते हैं. अगर हम लोग यह काम नहीं करेंगे तो हम लोग भूखे मरेंगे. सरकार अगर हमलोगों के लिए कहीं और व्यवस्था कर देगी तो हमलोग वही जाकर अपना काम करेंगे. इस समस्या के समाधान के लिए हम लोगों ने विधायक से भी बात की है.
DM से शिकायत के बावजूद नहीं निकला समाधान !
एमआरएम महिला कॉलेज की प्रिंसिपल रूपकला सिन्हा ने बताया की इस बात की शिकायत को लेकर मैं पिछले मार्च में डीएम से मिली थी. उन्होंने तुरंत डेवलपमेंट कमिश्नर को फॉरवर्ड कर दिया. जब किसी तरह की करवाई नहीं हुई तो 11 नवंबर को मैं नए आवेदन के साथ फोटो लेकर डिस्ट्रिक डेवलपमेंट कमिश्नर से मिली थी. उन्होंने कहा कि आपकी शिकायत एसडीओ को भेज दी गई है और वहां सर्वे टीम जाएगी. लेकिन एक साल होने वाला है. हमारी परेशानी का हल नहीं निकल रहा है.
धोबियो के कारण छात्राओं को होती है परेशानी
साथ ही प्रिंसिपल सिन्हा ने बताया की अभी हमारे कॉलेज की छात्रा कबड्डी की तैयारी कर रही है. पूरे परिसर में धोबी के द्वारा कपड़ा फैला दिए जातें हैं. जिससे छात्राओं को प्रेक्टिस करने में काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है. वही उन्होंने कहा कि वर्तमान में BPSC TRE 2.0 की परीक्षा थी. जिसमें प्रशासन ने उन्हें एंट्री नहीं करनी दी लेकिन परीक्षा समाप्त होते ही फिर से जबरदस्ती कॉलेज परिसर में एंट्री कर कपड़े धोकर पूरे परिसर में फैला दिया है. लाख शिकायत करने के बावजूद कोई इसकी सुध लेने वाला नहीं है.