Monday, July 7, 2025

वक्फ बिल पर संसद में विवाद, मोहम्मद शमी और सानिया मिर्जा का नाम क्यों उछला?

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Sania Mirza : वक्फ संशोधन विधेयक-2025 बुधवार दोपहर लोकसभा में पेश किया गया. केंद्रीय संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने प्रश्नकाल के बाद सदन में इसे चर्चा के लिए पेश किया. इस दौरान विपक्ष का हंगामा देखने को मिला. विपक्षी दलों के कई नेताओं ने इसे असंवैधानिक करार दिया. इस पर भाजपा के वरिष्ठ नेता रविशंकर प्रसाद ने पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि विपक्ष की ओर से कहा जा रहा है कि संशोधन होना चाहिए और नहीं भी होना चाहिए. दोनों तर्क एक साथ कैसे चलेंगे. मौलिक अधिकार में धारा-15 में लिखा हुआ है कि महिलाओं के साथ कोई भेद नहीं होगा और उसे लेकर सरकार कानून बना सकती है. इसमें ये भी लिखा हुआ है कि सामाजिक रूप से पिछड़े लोगों के विकास के लिए सरकार कदम उठा सकती है. इस दौरान उन्होंने मुसलमानों के आदर्श की बात करते हुए सानिया मिर्जा और मोहम्मद शमी का जिक्र किया.

Sania Mirza 

रविशंकर प्रसाद ने कहा, जिस प्रदेश से मैं आता हूं, वहां बहुत सारे पिछड़े मुसलमान हैं. उनको वक्फ के मैनेजमेंट में अवसर नहीं मिलता. अगर इस बिल में ये प्रावधान किया जा रहा है तो इनको परेशानी क्यों है. संविधान की दुहाई का जवाब मैं संविधान से ही दे रहा हूं. संविधान की धारा-15 में इस बात के प्रावधान हैं. धारा-25 का जिक्र किया गया. इसकी धारा-2 भी पढ़ लीजिए मेरे साथ. अगर वक्फ की जमीन बर्बाद हो रही है, लूटी जा रही है, हड़पी जा रही है तो संविधान का धारा-25 ये अधिकार देता है कि कानून बन सकता है. ये बिल कहीं से भी असंवैधानिक नहीं है.

मुसलमान के आदर्श सानिया मिर्जा और मोहम्मद शमी

रविशंकर प्रसाद ने वक्फ बिल पर विपक्ष के तर्क बेबुनियाद बताते हुए कहा कि ये धर्म से जुड़ा मामला नहीं है. वक्फ की प्रॉपर्टी हम नहीं लूटने देंगे. वक्फ बिल किसी धर्म के खिलाफ नहीं है. आठ लाख वक्फ प्रॉपर्टी हैं और इसमें से कितनी जमीन पर जनहित के काम हुए? वोटों की राजनीति में इसका विरोध करना कांग्रेस की मजबूरी है. वोटों की सौदागरी अब नहीं चलेगी. मुसलमान के आदर्श वोटों की सौदागरी करने वाले नहीं, सानिया मिर्जा और मोहम्मद शमी हैं.

शाहबानों प्रकरण ने कांग्रेस को कहां पहुंचा दिया

उन्होंने कहा कि राजीव गांधी को एक बार 400 सीटें मिलीं और शाहबानों प्रकरण ने कांग्रेस को कहां पहुंचा दिया. पहले भी बदलाव आए हैं, विपक्ष के उपनेता ने सही कहा. ये बदलाव जमातों के दबाव में आया. रविशंकर प्रसाद ने पटना के गर्दनीबाग में तालाब की जमीन को वक्फ का बताने से लेकर कोलकाता के फोर्ट विलियम, प्रयागराज, भोपाल तक वक्फ के दावे का उल्लेख किया और कहा कि मुतवल्ली मैनेजर होता है. मैनेजर साहब की बिल्डर से सांठगांठ हो गई और पूरी बिल्डिंग खड़ी हो जाती है. कांग्रेस के एक नेता की बड़ी विद्वताभरी टिप्पणी थी. उन्होंने कहा था कि पूरा लूट लिया है, पटना में भी लूट लिया है. वक्फ का नियंत्रण होना चाहिए. उन्होंने कहा कि पूरे देश को ही वक्फ प्रॉपर्टी घोषित कर देंगे.

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