Bihar Third Front : मुस्लिम और बैकवर्ड कास्ट के वोट पर नजर गड़ाये AIMIM नेता असदुद्दीन औवैसी को बिहार चुनाव में थर्ड फ्रंपट बनाने की कोशिशों को लेकर बड़ा झटका लगा है. बीएसपी प्रमुख मायावती ने ऐलान किया है कि उनकी पार्टी बिहार विधानसभा का चुनाव अकेले अपने दम पर लड़ेगी.
वैसे तो बिहार में ख़ासकर दलितों, अति-पिछड़ों, शोषितों, ग़रीबों और उनकी महिलाओं आदि के विरुद्ध जुल्म-ज्यादती, हत्या एवं जातिवादी शोषण तथा इन वर्गों के लोगों को उनके हक़ से वंचित रखने के मामले हमेशा काफी चर्चा का विषय रहे हैं, लेकिन राज्य में विधानसभा आमचुनाव से पहले हिसंक वारदातों…
— Mayawati (@Mayawati) July 7, 2025
Bihar Third Front:मायावती नहीं तो थर्डफ्रंट में और कौन ?
AIMIM नेता असदुद्दीन औवैसी ने बिहार चुनाव के लिए महागंठबंधन के साथ मिलकर जुगलबंदी करने की बड़ी कोशिशें की लेकिन बिहार मे मजबूत स्थिति मे खड़ी राजद ने महागठबंधन में ओवैसी की एंट्री को रोक दिया है. ऐसे में सीमांचल के वोटों पर नजर गड़ाये औवेसी ने राज्य में थर्ड फ्रंट बनाने की घोषणा की है और इस मोर्चे में शामिल करने के लिए राजनीतिक दलों के साथ बातचीत की कवायद भी तेज कर दी है, लेकिन इस बीच बहुजन समाजवादी पार्टी प्रमुख मायावती के ऐलान ने ओवेसी के थर्ड फ्रंट बनाने की कोशिशों को बड़ा झटका दे दिया है.
बाएसपी की तरफ से सोमवार को जारी एक बयान में कहा गया है कि बीएसपी बिहार में अकेले सभी 243 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
बिहार में पहले भी बन चुका है थर्ड फ्रंट
2020 विधानसभा चुनाव से पहले भी बिहार में बीएसपी (मायावती ) आरएलएसपी (उपेंद्र कुशवाहा) जो अब राष्ट्रीय लोक मोर्चा है, AIMIM के असदुद्दीन ओवैसी , एसबीएसपी (ओम प्रकाश राजभर ) और संजय चौहान की जनवादी पार्टी ने ग्रैंड डेमोक्रेटिक सेकुलर फ्रंट के तौर पर तीसरा मोर्चा बनाया था.बिहार के पिछले विधानसभा चुनाव में मायावती ने इसी थर्ड फ्रंट के साथ चुनाव लड़ा था . इस वजह से जब महागठबंधन मे जगह ना मिलने पर औवैसी ने थर्डफ्रंट की बात की तो माना दजा रहा था कि संभवतह पिछली बार की तरह इस बार भी ओवैसी और मायावती मिलकर चुनाव लड़ैंगे लेकिन अब जब मायावती ने साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी बिहार में अकेले चुनाव लड़ेगी, तो इससे बिहार में बनने वाले थर्ड फ्रंट के प्लान को भी झटका लगा है.
आपको बता दें कि विहार विधान सभा चुनाव 2020 में थर्ड फ्रंट बनाकर रालोसपा (RLSP) ने 104 सीटों, बीएसपी ने 80 सीटों, एआईएमआईएम ने 19 सीटों, ओमप्रकाश राजभर की सुभासपा ने 5 सीटों, जनवादी पार्टी ने 5 और एसजेडीडी 25 सीटों पर चुनाव लड़ा था . इस चुनाव में उपेंद्र कुशवाहा ,ओमप्रकाश राजभर, सजद-डी और जनवादी पार्टी का खाता तक नहीं खुला पाया था. ओवैसी की पार्टी AIMIM ने 5 सीटों पर जीत हासिल की थी., वहीं बीएसपी के खाते में एक सीट आई थी.