पटना (अभिषेक झा-ब्यूरो चीफ), पिछले एक साल से देश की सियासी हलचल का केंद्र बने बिहार में फिर से राजनीतिक सरगर्मियां तेज हो गई है. एक तरफ जहां सीएम नीतीश कुमार के एक बार फिर पाला बदल बीजेपी के साथ सरकार बनाने की चर्चा है तो वहीं इंडिया गठबंधन छोड़ने की भी खबर सामने आ रही है.
राहुल की यात्रा से दूरी, पीएम के कार्यक्रम में होंगे शामिल
सूत्रों के हवाले से आ रही खबरों की माने तो बिहार में राजनीतिक बदलाव के आसार लगातार बढ़ते जा रहे हैं. इसी कड़ी में एक और बड़ी खबर सामने आयी है. बताया जा रहा है कि सीएम नीतीश कुमार ने राहुल गांधी के बिहार में भारत जोड़ो न्याय यात्रा में शामिल होने से इनकार कर दिया है. वहीं, बिहार के मुख्यमंत्री 4 फरवरी को बेतिया में होने वाले प्रधानमंत्री के कार्यक्रम में शामिल होने आ रहे हैं.
इंडिया गठबंधन से सीट शेयरिंग को लेकर है नीतीश नाराज़
इंडिया गठबंधन के सूत्रधार कहें जाने वाले नीतीश कुमार हो सकता है खुद इंडिया गठबंधन को अलविदा कह दें. ऐसी चर्चा की गठबंधन का संयोजक और प्रधानमंत्री का चेहरा नहीं बनाए जाने से नाराज़ नीतीश सीट शेयरिंग में हो रही देरी से भी खफा है. नीतीश पहले बी कांग्रेस पर आरोप लगा चुकें है कि वो गठबंधन को लेकर गंभीर नहीं है.
बिहार बीजेपी अध्यक्ष दिल्ली रवाना हो गए हैं
बिहार में सत्ता परिवर्तन की अटकलों के बीच केंद्रीय नेतृत्व के बुलावे पर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी दिल्ली रवाना हो गए है. बताया जा रहा है कि शाम में वह पार्टी अध्यक्ष जे पी नड्डा समेत कई नेताओं जिसमें गृहमंत्री अमित शाह भी शामिल हैं से मुलाकात कर सकते हैं.
असल में पिछले कुछ दिनों से आरजेडी-जेडीयू में मन-मुटाव की खबरों के बीच गुरुवार को लालू यादव की बेटी रोहिणी आचार्या ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कुछ पोस्ट एक्स पर किए जिसके बाद ये कहा जाने लगा कि नीतीश कुमार नाराज़ है और वो कभी भी विधानसभा भंग करने की सिफारिश कर सकते हैं.
प्रदेश बीजेपी के इनकार को केंद्रीय नेतृत्व मना पाएगा
नाराज़गी की इन खबरों के बीच बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि नीतीश का इस बार बीजेपी तभी स्वागत करेगी जब वो सीएम पद से हटेंगे. उन्होंने कहा नीतीश की आदत है वो जिसके साथ रहते हैं उनके खिलाफ ही षड्यंत्र रचते हैं. नीतीश से इतर केंद्रीय मंत्री गिरिराज किशोर ने साफ कहा कि बीजेपी के दरवाज़े नीतीश कुमार के लिए बंद है. हलांकि अब सम्राट चौधरी के दिल्ली बुलाये जाने और कुछ दिन पहले गृहमंत्री अमित शाह के ये कहने की अगर प्रस्ताव आएगा तो देखेंगे के बाद ऐसा माना जा रहा है कि प्रदेश बीजेपी को बिहार में नीतीश के साथ जाने पर केंद्रीय नेतृत्व आदेश दे सकता है.