पटना में गुरुवार को प्रदर्शन के दौरान जहानाबाद से आये बीजेपी कार्यकर्ता विजय सिंह की मौत के बाद बीजेपी के तमाम बड़े नेता आग उगल रहे हैं. केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह ने नीतीश कुमार सरकार पर लोकतंत्र की हत्या का आरोप लगाया वहीं रविशंकर प्रसाद ने कह दिया है कि “भाजपा कार्यकर्ता विजय कुमार सिंह जी का निधन व्यर्थ नहीं जाएगा .यह लठबंधन सरकार के ताबूत में आखिरी कील साबित होगी”
बिहार के बेगुसराय से आने वाले फरायरब्रांड नेता गिरीराज सिंह बीजेपी कार्यकर्ता विजय कुमार की मौत को बिहार सरकार की निर्लज्ज निर्मम हत्या करार दिया
भाजपा कार्यकर्ता विजय सिंह की निर्मम-निर्लज्ज हत्या का हिसाब बिहार की जनता लेगी. बिहार को लोकतंत्र की जननी कहा जाता है और आज इसी पवित्र धरती पर नीतीश कुमार ने लोकतंत्र की हत्या कर दी#BiharNews #Lathicharge #LathichargeonBJPMLA pic.twitter.com/cXzjeiJEsg
— THEBHARATNOW (@thebharatnow) July 13, 2023
वहीं रविशंकर प्रसाद ने कहा कि उनकी पार्टी के कार्यकर्ता की मौत व्यर्थ नहीं जायेगी.
पटना में आज भाजपा द्वारा लोकतांत्रिक तरीके से किये जा रहे विधानसभा मार्च के दौरान भाजपा कार्यकर्ता विजय कुमार सिंह जी की मृत्यु नीतीश कुमार जी के पुलिस द्वारा लाठी से पिटाई करके कर दी गई। यह खबर सुन मैं स्तब्ध हूं। क्या शांतिपूर्ण तरीके से जनता की आवाज उठाने के बदले बिहार में… pic.twitter.com/Wvm7db74nC
— Ravi Shankar Prasad (@rsprasad) July 13, 2023
बीजेपी नेताओं ने अपने तीखे तेवरों से ये बता दिया है कि आने वाले दिन बिहार में किस तरह की सियासी तूफान लेकर आयेंगे .
बिहार सरकार ने घटना पर दी सफाई
इस बीच बिहार सरकार ने घटना को लेकर अपनी सफाई दी है. बिहार सरकार की तरफ से जारी एक लंबे प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि
“आज दिनांक 13.07.2023 को भारतीय जनता पार्टी द्वारा विधान सभा मार्च का कार्यक्रम आयोजित किया गया था. गाँधी मैदान से बड़ी संख्या में प्रदर्शनकारी आगे बढ़ रहे थे. उन्हें जेपी गोलम्बर के पास प्रशासन द्वारा रोकने का प्रयास किया गया. परन्तु वे लोग नहीं माने और आगे बढ़ते गए. डाकबंगला चौराहा पर प्रशासन द्वारा नाकेबंदी कर रोकने का प्रयास किया गया परन्तु प्रदर्शनकारियों द्वारा बैरिकेड तोड़ दिया गया. प्रदर्शन कर रहे व्यक्तियों को नियंत्रित करने के लिए पुलिस द्वारा पानी का बौछार एवं आँसूगैस के गोले छोड़े गए. परन्तु प्रदर्शनकारी नहीं मान रहे थे और वे ज़बरदस्ती बैरिकेड तोड़ कर आगे बढ़ने लगे थे.
उनसे आगे नहीं जाने का बार बार आग्रह किया जा रहा था,क्योंकि डाकबंगला चौराहा से आगे प्रतिबंधित क्षेत्र है जहाँ विभिन्न राजनैतिक दलों के कार्यालय, माननीय उच्च न्यायालय, राजभवन, विधानसभा इत्यादि अवस्थित है. अतः प्रदर्शनकारियों को प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश करने से रोकने के लिए पुलिस द्वारा हल्का बल प्रयोग कर उन्हें तीतर बितर किया गया.
इस बीच सूचना मिली कि जहानाबाद के एक व्यक्ति की पी.एम.सी.एच. में मृत्यु हो गई है. उनके साथी श्री भरत प्रसाद चन्द्रवंशी, जो जहानाबाद के निजामुदीपुर के रहने वाले हैं, द्वारा बताया गया कि वे लोग कार्यक्रम स्थल पहुँचे भी नहीं थे कि पता चला वहाँ भगदड़ हो गई है और बहुत लोग उधर से वापस भाग रहे थे, इसी बीच श्री विजय सिंह बेहोश हो कर गिर गए. हमलोग उन्हें तुरंत तारा हॉस्पिटल ले गए. फिर वहाँ से उन्हें एम्बुलेंस द्वारा पीएमसीएच ले जाया गया जहाँ थोड़ी देर बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
श्री विजय सिंह के शरीर पर कोई चोट का निशान नहीं पाया गया है. दण्डाधिकारी के समक्ष मृतक श्री विजय सिंह का अंत्यपरीक्षण (इन्क्वेस्ट) किया गया. जिलाधिकारी द्वारा मेडिकल बोर्ड गठित कर मृतक का पोस्टमार्टम कराने और संपूर्ण पोस्टमार्टम प्रक्रिया की वीडियोग्राफी कराने का निदेश दिया गया है. इसके बाद ही मृत्यु का वास्तविक कारण की जानकारी मिल सकती है. सीसीटीवी फ़ुटेज से भी पूरे मामले की जाँच की जा रही है.
ज़िलाधिकारी पटना ने पूरे घटनाक्रम पर अपर ज़िला दंडाधिकारी विधि-व्यवस्था पटना और नगर पुलिस अधीक्षक, मध्य से 24 घंटे के अंदर संयुक्त जाँच प्रतिवेदन की माँग की है.