भोजपुरी फिल्म मेकिंग की दुनिया के दो बड़े नाम निर्माता रत्नाकर कुमार और निर्देशक पराग पाटिल के फिल्म “टुनटुन” (TUN-TUN) उन संवेदना पर आधारित है, जिसे हम बेहद आत्मीयता के साथ स्वीकार करते हैं. यह संवेदना है मां की ममता, जो फिल्म के ट्रेलर में साफ नजर आ रहा है. फिल्म का ट्रेलर आज वर्ल्ड वाइड रिकॉर्ड भोजपुरी के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल से रिलीज हुआ है, जिसमें नीलम गिरी और संजय पांडेय के साथ एक बेजुबान जानवर भूमिका में हैं. यह फिल्म मनोरंजन के साथ-साथ संवेदनशील है. जिसे पराग पाटिल ने लिखा है और निर्देशित भी किया है. फिल्म टुनटुन (TUN-TUN) भोजपुरी बॉक्स ऑफिस पर एक महत्वपूर्ण फिल्म के रूप में उभर कर आने वाली है.
वर्ल्ड वाइड चैनल और जितेंद्र गुलाटी प्रस्तुत इस फिल्म के बारे में निर्माता रत्नाकर कुमार ने बताया कि टुनटुन(TUN-TUN) मनोरंजन के साथ-साथ एक क्लास फिल्म भी है. जिसे हर वर्ग के दर्शक पूरी सहजता के साथ देख सकेंगे फिल्म का ट्रेलर जारी हो गया है. जिससे देखने के बाद यह समझ में आ जाएगा कि अब भोजपुरी में भी फिल्में विषय वस्तु और कथानक पर आधारित बनती हैं. उन्होंने कहा कि जिस तरह भोजपुरी म्यूजिक में एक अभूतपूर्व बदलाव आया है उसी तरह अब सिनेमा भी सार्थक बदलाव के साथ एक स्वच्छ मनोरंजन लेकर दर्शकों के बीच हाजिर है. फिल्म का थीम मां की ममता से संबंधित है, जहां इंसान हो या जानवर मां की ममता हर जगह अपने बच्चों के लिए प्राथमिकता के साथ सर्वाधिक होती है. पराग पाटिल इस संदेश को बड़े पर्दे पर मनोरंजक रूप से उतारने का प्रयास किया है जो जल्द ही आपके नजदीकी सिनेमाघरों में पूरी भव्यता के साथ रिलीज होगी.
वही पराग पाटिल ने कहा कि अक्सर समाचार पत्रों में या लोगों से यह सुनते देखा है कि कोई अमीर आदमी अपनी संपत्ति किसी बेजुबान के नाम कर दुनिया से विदा ले लेता है. वही मां की ममता सबसे अनमोल होती है. इन दो संदर्भों को जोड़कर हमने एक नई कहानी के साथ नया मनोरंजन पेश किया है. इस फिल्म में ह्यूमर भी दर्शकों को खूब आकर्षित करने वाला है तो गाने और कलाकारों की अदाकारी आपके दिल को लुभाने वाली है.