Thursday, October 10, 2024

हर तरफ गणपति बप्पा की धूम,300 साल बाद बन रहा है दुर्लभ संयोग

हर साल भाद्रपद माह के शुक्लपक्ष की चतुर्थी तिथि को गणेश चतुर्थी मनाने का विधान है.
चतुर्थी से लेकर चौदस तक 10 दिन भगवान गणेश भक्तों के मेहमान बनते हैं. इन 10 दिन भक्तों की हर मुराद गणेश जी ध्यान लगाकर सुनते हैं.

गणेश स्थापना शुभ मुहू्र्त
गणेश स्थापना शुभ मुहू्र्त की बात करें तो चतुर्थी तिथि प्रारम्भ – अगस्त 30, 2022 को शाम 03 बजकर 33 मिनट से
चतुर्थी तिथि समाप्त – अगस्त 31, 2022 को सुबह 03 बजकर 22 मिनट तक.

तृतीय मुहूर्त: दोपहर 3:30 से सायं 5 बजे तक
चतुर्थ मुहूर्त: सायं 6:00 से से 7:00 बजे तक

गणेश चतुर्थी पर बनने वाला शुभ योग
रवि योग- सुबह 06 बजकर 23 मिनट से सितम्बर 01, 12 बजकर 12 मिनट तक
शुभ योग- प्रात: काल से पूरे दिन

भगवान गणेश की लंबी सूंड का संदेश
गजाननजी की लम्बी सूंड महाबुद्धित्व का प्रतीक है.
लम्बी सूंड तीव्र सूंघने की क्षमता होती है.
जिसका अर्थ है मनुष्य को हमेशा सचेत रहना चाहिए.
गणेश जी का हर अंग जीवन की सीख ज़रूर देता है.

300 साल बाद गणेश चतुर्थी पर दुर्लभ संयोग
इस बार भाद्रपद माह के शुक्ल पक्ष की गणेश चतुर्थी बहुत ही खास और शुभ फल देने वाली है.
300 साल बाद गणेश चतुर्थी पर दुर्लभ संयोग बन रहा है.
वही शुभ योग और संयोग बना है जो गणेशजी के जन्म के समय बना था.
भगवान गणेश का जन्म बुधवार के दिन, चतुर्थी तिथि, चित्रा नक्षत्र और मध्याह्र काल में हुआ था.

Html code here! Replace this with any non empty raw html code and that's it.

Latest news

Related news