Jharkhand polls: झारखंड में 13 और 20 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव से कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नामांकन के चार प्रस्तावकों में से एक मंडल मुर्मू भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गए हैं.
रविवार रात निशिकांत दुबे के घर हुए बीजेपी में शामिल
आदिवासी महापुरुष सिद्धो और कान्हू के वंशज मंडल मुर्मू रविवार रात को लोकसभा सदस्य निशिकांत दुबे के आवास पर भाजपा में शामिल हो गए. इस अवसर पर भाजपा के झारखंड चुनाव प्रभारी और केंद्रीय मंत्री शिवराज चौहान, सह-प्रभारी और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा मौजूद थे.
मुर्मू ने कहा कि वह संथाल परगना में कथित जनसांख्यिकीय परिवर्तन का समाधान खोजने के लिए भाजपा के साथ मिलकर काम करेंगे, जिसे विपक्षी पार्टी ने चुनावों से पहले उठाया है. “मैं उस परिवार से हूँ जिसने छह शहीदों सिद्धो, कान्हू, चांद, भैरव, फूलो और झानो को जन्म दिया है.” सिद्धो और कान्हू ने अंग्रेजों के खिलाफ 1855 के संथाल विद्रोह का नेतृत्व किया था. उनके भाई चांद और भैरव और बहनें फूलो और झानो विद्रोह के दौरान मारे गए थे. वे स्वतंत्रता सेनानी बिरसा मुंडा के बाद सबसे सम्मानित आदिवासी प्रतीकों में से हैं. यह परिवार बरहेट विधानसभा सीट के भोगनाडीह गाँव का था. सोरेन विधानसभा में बरहेट (संथाल परगना डिवीजन) का प्रतिनिधित्व करते हैं.
मंडल मुर्मू के बीजेपी में आना आदिवासी प्रतीकों का आशीर्वाद-सरमा
सरमा ने मुर्मू के भाजपा में शामिल होने को पार्टी के लिए आदिवासी प्रतीकों का आशीर्वाद बताया. सरमा ने कहा, “मंडल मुर्मू हमारे लिए प्रचार करने या वोट पाने के लिए हमारी पार्टी में शामिल नहीं हुए. वह राजनेता भी नहीं हैं. मंडल मुर्मू के हमारी पार्टी में योगदान का मतलब है कि हमें सिद्धो, कान्हो, फूलो और झानो का आशीर्वाद मिला है.”
Jharkhand polls, हेमंत सोरेन के नामांकन पर नहीं पड़ेगा असर
सत्तारूढ़ झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के प्रवक्ता मनोज पांडे ने इस घटनाक्रम को कमतर आंकते हुए कहा कि इसका कोई असर नहीं होगा.
“हमारे नेता के नामांकन पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि यह पहले ही स्वीकार हो चुका है. उन्होंने अलग-अलग प्रस्तावकों के साथ चार सेटों में नामांकन दाखिल किया. लेकिन यह घटना भाजपा की हताशा और उनके काम करने के तरीके को दर्शाती है.” उन्होंने कहा कि चुनावी बॉन्ड के ज़रिए भाजपा ने जो पैसा कमाया, उसका अब नतीजा दिखने लगा है. पांडे ने कहा, “निर्दोष आदिवासियों को फंसाया जा रहा है. रांची में उनके नेता द्वारा संचालित एक स्कूल से नकदी बरामद की गई है. वे जो चाहें कोशिश कर सकते हैं, लेकिन भाजपा को सिंगल डिजिट में सीटें मिलने वाली हैं.”
पिछले हफ्ते मंडल मुर्मू को हिरासत में लिया था
पुलिस ने पिछले सप्ताह मुर्मू को हिरासत में ले लिया था, जब वह देवघर में दुबे से मुलाकात के बाद भाजपा नेताओं के साथ रांची जा रहे थे, क्योंकि उन्होंने अपनी यात्रा का उद्देश्य और गंतव्य नहीं बताया था.
झामुमो ने आरोप लगाया कि मुख्य निर्वाचन अधिकारी के रवि कुमार और पुलिस अधिकारी आनंद लाटकर और एवी होमकर ने पुलिस पर मुर्मू को छोड़ने के लिए दबाव डाला और उन्हें हटाने की मांग की.
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