उज्जैन श्री महाकालेश्वर मंदिर में सुबह 4 बजे हुई भस्म आरती के दौरान बाबा महाकाल का पंचामृत पूजन-अभिषेक कर त्रिनेत्र स्वरूप में श्रृंगार किया गया। इस दौरान बाबा महाकाल को फूलों और रुद्राक्ष की माला से सजाया गया। श्रृंगार के बाद उन्हें भस्म रमाई, जिसके बाद भक्तों ने इन दिव्य दर्शनों का लाभ लिया और 'जय श्री महाकाल' का उद्घोष किया।
विश्व प्रसिद्ध श्री महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी ने बताया कि फाल्गुन शुक्ल पक्ष की नवमी पर शनिवार को बाबा महाकाल सुबह 4 बजे जागे। भगवान वीरभद्र और मानभद्र की आज्ञा लेकर मंदिर के पट खोले गए। सबसे पहले भगवान को गर्म जल से स्नान करवाकर दूध, दही, शहद, शक्कर, घी आदि पंचामृत से स्नान कराया गया। फिर प्रथम घंटा बजाकर 'हरि ओम' का जल अर्पित किया गया।
पंचामृत पूजन के बाद भगवान महाकाल का पूजन सामग्री से आकर्षक स्वरूप में श्रृंगार किया गया। भक्तों ने बाबा महाकाल की भक्ति में लीन होकर इस श्रृंगार के दर्शन किए और 'जय श्री महाकाल' का उद्घोष किया। इसके बाद बाबा महाकाल को महानिर्वाणी अखाड़े के द्वारा भस्म रमाई गई और फिर कपूर आरती की गई।
वित्त आयोग अध्यक्ष ने लिया बाबा महाकाल का आशीर्वाद
16वें वित्त आयोग के अध्यक्ष डॉ. अरविंद पनगढ़िया उज्जैन प्रवास के दौरान महाकालेश्वर मंदिर पहुंचे, उन्होंने बाबा महाकाल का पूजन और अभिषेक किया। पूजन मुख्य पुजारी घनश्याम शर्मा द्वारा संपन्न करवाया गया। श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति की ओर से उज्जैन संभाग आयुक्त संजय गुप्ता द्वारा पनगढ़िया को उत्तरीय वस्त्र व स्मृतिचिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया। इस दौरान श्री महाकालेश्वर मंदिर प्रबंध समिति के अध्यक्ष एवं कलेक्टर नीरज कुमार सिंह, प्रशासक प्रथम कौशिक आदि उपस्थित थे।