Baba declared himself innocent, हाथरस : हाथरस में 121 मौतों और जिंदगी की जंग लड़ रहे लोगों का हाल जानने सीएम योगी खुद घटना स्थल पर पहुंचे और अस्पताल जाकर घायलों का हालचाल पूछा. घटना स्थल पर भी पहुंचे और मुआयना किया. सीएम के साथ राष्ट्रीय महिला आयोग की अध्यक्ष रेखा शर्मा भी पहुंची.
Baba declared himself innocent : हाथरस हादसे का जिम्मेदार कौन ?
घटना के बाद से लगातार ये सवाल उठाये जा रहे हैं कि इस घटना के लिए कसूरवार कौन है. लेकिन हैरान कर देने वाली बात ये हैं कि इस आयोजन के मुख्य व्यक्ति भोले बाबा उर्फ सूरजपाल उर्फ बाबा नारायण सरकार हरि पर अभी तक नामजद केस रजिस्टर नहीं हुआ है. जो मुकदमा दर्ज किया गया है वो भोले बाबा उर्फ सूरजपाल के सेवादारों के खिलाफ दर्ज किया गया है. चार लोगों से पूछताछ चल रही है. लेकिन मुख्य आयोजक फरार है. पुलिस की कई टीमें उस तलाशने में लगी हुई है. इस बीच भोले बाबा के आश्रम के बाहर यूपी पुलिस ने कड़ी सुरक्षा तैनात की है.
#WATCH | Uttar Pradesh: On police deployment outside Bhole Baba’s ashram, SP City Rahul Mithas says, “I had come to check the security of the ashram. Nobody was found here.” pic.twitter.com/Fry7GIck3K
— ANI (@ANI) July 3, 2024
बाबा नहीं अज्ञात सेवादारों के खिलाफ मामला दर्ज
पुलिस ने सिसंदराराउ थाने में सेवादार देव प्रकाश मधुकर और कुछ अज्ञात सेवादारों के खिलाफ मामला दर्ज किया है. इस एफआईआर में कहीं भोले बाबा उर्फ सूरजपाल का नाम नहीं है. दरअसल भोले बाबा ने एक समिति बना रखी है – मानव मंगल मिलन सद्दभावना समागम समिति . इस समिति ने ही सिकंदरराउ में सत्संग आयोजित किया था. बाबा की ये समिति बाबा के सारे बिजनेस देखती है बताया जा रहा है कि जिस समय हादसा हुआ उस समय वहां पर एसडीएम और सीओ दोनों मौजूद थे. समिति ने सत्संग के लिए 80 हजार लोगों की परमिशन ली थी लेकिन यहां करीब 4 लाख लोगों के जमा होने की बात की जा रही है. अनुमान से इतना अधिक लोग होने के कारण अव्यवस्था हुई.
24 घंटे के बाद बाबा नहीं , उसका बयान आया सामने
हाथरस की घटना का जिक्र विदेशों में भी हो रहा है. रुस ने इस घटना पर दुख जताया है.इस बीच जब भोले बाबा उर्फ नारायण सरकार हरि को पुलिस लगतार ढूंढ़ रही है, वहीं इस बाबा ने बयान जारी करके खुद को बेकसूर बताया है. खुद को बेकसूर बताते हुए बाबा ने कहा है कि जब घटना हुई तब तक वो वहां से निकल चुके थे. ये घटना आसमाजिक तत्वों की वजह से हुई है . आश्चर्य की बात ये है कि लोगों के दुख दर्द दूर करने का दावा करने वाला भोले बाबा भक्तों को इस हाल में देख कर भी बाहर नहीं आया बल्कि बयान भेजकर अपना पक्ष रख रहा है.
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कई खुलासे
हाथरस सत्संग में मारे गये 121 लोगों मे से कुछ लोगों का पोस्टमार्ट हुआ उसमे जो बात निकल आई वो ये कि ज्यादातर लोगों की मौत दम घुटने से हुई. कुछ लोगों की जान सिर पर लगी चोट और सीने पर लगी चोट के कारण गई. 21 शवों का बुधवार को पोस्टमार्टम किया गया. हाथरस के सीएमओ अरुण श्रीवास्तव के मुताबिक ज्यादातर लोगों की छाती में खून जमने के कारण दम घुटने से मौत हुई. जितने शव पोस्मार्टम के लिए आये सबके शरीर मिट्टी से सने थे. आज जिन 21 शवो का पोस्टमार्ट हुआ उनमें 35 से 60 साल तक की महिलाएं शामिल थीं.