नई दिल्ली : Arvind Kejriwal-ED : दिल्ली आबकारी नीति घोटाला मामले में गिरफ्तार दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल के स्वास्थ्य और शुगर लेवल को लेकर हुई सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशायल ने जो आरोप लगाये थे, उसपर अरविंद केजरीवाल की तरफ से जवाब दिया गया है. प्रवर्तन निदेशायल ने गुरुवार को अदालत में कहा था कि अरविंद केजरीवाल जानबूझ कर अपना शुगर लेवल बढ़ा रहे हैं, ताकि उन्हें खराब सेहत के आधार पर जमानत मिल जाये. ईडी ने कोर्ट को बताया था कि अरविंद केजरीवाल जेल में अपने घर से भेजा गया खाना खा रहे हैं और उनके खाने में आलू पूड़ी, मिठाई और आम जैसे हाइ शुगर फूड आ रहे हैं. यहां तक की जेल में अरविंद केजरीवाल चीन डालकर चाय पी रहे हैं.ईडी ने अपनी दलील में कहा कि था कि अरविंद केजरीवाल टाइप 2 डायबिटीज के मरीज होते हुए भी जानबूझकर ऐसी चीजें खा रहे हैं, जिससे उनका शुगर लेवल बढ़ जाये.
Arvind Kejriwal-ED आरोपों का AK ने दिया जवाब
ईडी के आरोपों के बाद आज अरविंद केजरीवाल के मामले में एक बार फिर से कोर्ट मे सुनवाई हुई. सुनवाई के बीच जेल प्रबंधन ने कहा कि वो अरविंद केजरीवाल के खान पान की रिपोर्ट 10 दिन में आदालत में दाखिल करेगी.वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये हुए सुनवाई में अरविंद केजरीवाल के वकील अभिषेक मनु सिंहवी ने कोर्ट को बताया कि उनके क्लाइंट की मांग केवल इतनी है कि उनको डाक्टर से परामर्श की इजाजत मिले. अभिषेक मनु सिंहवी ने कोर्ट को बताया कि अब तक उनके क्लाइंट अरविंद केजरीवाल के घर से 48 बार खाना आय़ा है, जिसमें आम केवल तीन बार आया है. 8 अप्रैल के बाद आम नहीं भेजा गया. जो मिठाइयां आईं वो शुगर फ्री थीं.चाय में भी शुगर फ्री डाला गया. चीनी खाने की बात गलत है.अभिषेक मनु सिंहवी ने अपने क्लाइंट अरविंद केजरीवाल की तऱफ से उनका पक्ष रखते हुए कहा कि जमानत लेने के लिए मैं खुद को मारने का प्रयास क्यों करुंगा ?
आलू पूड़ी खाने पर सीएम केजरीवाल की सफाई
अदालत में AK (अरविंद केजरावाल) के वकील अभिषेक मनु सिंहवी ने कहा कि जो आलू पूड़ी थी, वो नवरात्री का प्रसाद था. प्रसाद के तौर पर वो खाया था. मैं केवल 15 मिनट वीडियो कांफ्रेंसिंग पर परिवार के एक सदस्य के साथ डाक्टर से परामर्श की मांग कर रहा हूं. मैं 22 साल से डायबीटीज से पीडित हूं. सीएम अरविंद केजरीवाल की जमानत का विरोध कर रही ईडी पर सवाल उठाते हुए सिंहवी ने कहा कि उनके क्लाइंट न्यायिक हिरासत में हैं. ऐसे में ईडी को कोई मतलब नहीं होना चाहिये. वहीं ईडी के वकील ने अदालत में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि 1 अप्रैल को अरविंद केजरीवाल ने अपने अप्लीकेशन में किसी फल और मिठाई की बात नहीं की थी. जो डाइटचार्ट डाक्टरों ने दिया था उस आधार पर ही खाना देने का निर्देश था.
तिहाड़ जेल प्रशासन ने भी रखा अपना पक्ष
तिहाड़ जेल प्रशासन की तरफ से कोर्ट को बताया गया कि जेल में आते समय अरविंद केजरीवाल ने बताया था कि वो इंसुलीन लेते हैं लेकिन खुद ही इंसुलीन लेना बंद कर दिया.डाक्टरों के बताये डायट चार्ट के मुताबिक खाना नहीं खाया. एम्स के डाक्टरों ने भी आम जैसी चीजें खाने से मना किया है. उन्हें डायटचार्ट के हिसाब से खाना मिलना चाहिये. घर से जो खाना आ रहा है वो भी डायट चार्ट के मुताबिक होना चाहिये, नहीं तो घऱ का खाना बंद करने के लिए आवेदन दिया जायेगा.
इंसुलीन को लेकर भी हुई बहस
प्रवर्तन निदेशायल ने केजरीवाल को इंसुलीन लेने के संबंध में कहा कि वो खुद ही कह चुके हैं कि उन्होंने इंसुलीन लेना बंद कर दिया है. वैसे किसी विशेष कैदी को निजी डाक्टर दिया जा सकता है. जेल में सभी कैदी बराबर हैं. प्रवर्तन निदेशायल ने कहा कि इस मामले में विस्तृत रिपोर्ट दाखिल किया जायेगा.
दोनो पक्षों को सुनने के बाद अदालत ने क्या कहा?
ईडी के वकील और अरविंद केजरीवाल के वकील की दलील सुनने के बाद अदालत ने पूछा कि क्या इंसुलीन के लिए मेडिकल बोर्ड का गठन किया जाये ? इस पर अरविंद केजरीवाल के वकील ने कहा कि हम तो बस डाक्टर से सलाह की इजाजत और इंसुलीन की मांग कर रहे हैं.
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