Thursday, April 17, 2025

Danapur में सेना की वर्दी में आरोपी को आर्मी इंटेलिजेंस की टीम ने किया गिरफ्तार, कई लोगों से की ठगी

ब्यूरो रिपोर्ट : पटना के Danapur एक ऐसा मामला सामने आया है जहा सेना में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी की जाती थी. अब वो दलालों पुलिस के हत्थे चढ़ गया है. फर्जी  पहचान पत्र के साथ सेना की वर्दी में आर्मी इंटेलिजेंस और दानापुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दलाल ने कई युवाओं को भर्ती कराने के नाम पर ठगा है. गिरफ्तार आरोपी गंगा सेवक यूपी के गोरखपुर के मोती राम अड्डा राम लखन का निवासी है. वह पटना के तकियापर में किराये के मकान में रहता है. गिरफ्तार गंगा सेवक से पुलिस पूछताछ कर रही है.

Ganga (Danapur)
                                                         Ganga (Danapur)

दो साल से आर्मी इंटेलिजेंस की टीम इसके पीछे लगी हुई थी. इसे शुक्रवार की शाम दानापुर कैंट इलाके से गिरफ्तार कर लिया गया. शातिर गंगा सेवक सेना की वर्दी पहन कर लोगो को अपने झांसे में लेकर ठगी का शिकार बनाया करता था. गिरफ्तार गंगा के पास से सेना के फर्जी आई कार्ड, कैटीन कार्ड समेत अन्य कागजात बरामद किया गया है. गिरफ्तार गंगा इतना शातिर था की अपनी पत्नी का इलाज मिलिट्री हॉस्पिटल और एयरफोर्स के हॉस्पिटल तक में करवाया था.

Danapur : नौकरी दिलाने के नाम पर 3.75 लाख ठगा था

इस दलाल गंगा सेवक ने सेना में बहाली करने के नाम पर कई युवकों को ठगा. उसने भूतपूर्व सेना के जवान प्रिय रंजन को भी उसके पुत्र को नौकरी दिलाने के नाम पर उनसे 3 लाख 75 हजार रुपए ठग लिया था. इस संबंध में भूतपूर्व सेना के जवान वैशाली निवासी प्रियरंजन ने दानापुर थाना में लिखित शिकायत दिया है. लिखित शिकायत में उन्होंने ने बताया की कैंटीन से समान लेने के दौरान गंगा सेवक से पहचान हुई थी. वह आर्मी के वर्दी में था. उसने कहा कि उसकी पहचान बड़े साहब से है. आपको अपने बच्चे की नौकरी लगवानी हो तो बताना. उसके वर्दी में होने और आईडी कार्ड देख मैं उसके झांसे में आ गया था. उसने पहले कहा कि इसके लिए आपको कुछ नहीं देना हैं. कुछ दिनों बाद उसने एक फॉर्म भरने के लिए कहा और उसके बाद डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए मांगा. डॉक्यूमेंट देने के बाद उसने कहा कि पुराने वाले साहब का ट्रांसफर हो गया है. नए वाले साहब चार लाख का डिमांड कर रहे है.

प्रिय रंजन ने डॉक्यूमेंट लौटाने की मांग की

इसके बाद प्रिय रंजन ने कहा कि पैसे देकर उसके बेटे को नौकरी नहीं चाहिए। उसे उसका डॉक्यूमेंट लौटा दे. लेकिन उसने नहीं दिया. कुछ दिनों बाद मेरे पुत्र के नाम पर ज्वाइनिंग लेटर और आईडी कार्ड घर पहुंचा।इसके बाद मैंने उसे 3 लाख 75 हजार उसके अकाउंट में भेज दिया. जब ज्वाइनिंग लेटर और आईडी कार्ड की जांच की तो वह फर्जी निकला. इसके बाद इस बात की सूचना मैने आर्मी इंटेलिजेंस की टीम को दी. आर्मी इंटेलिजेंस की टीम ने बताया कि दो साल से इस शातिर के पीछे हमारी टीम लगी हुई थी.

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पत्नी का भी मिलिट्री हॉस्पिटल में कराया था इलाज

जांच में पता चला कि शातिर ने अपनी पत्नी का मिलिट्री हॉस्पिटल के साथ ही एयरफोर्स हॉस्पिटल तक में इलाज कराया था. इसकी जांच की जा रही है कि किस आधार पर उसने वहां इलाज करवाया।शातिर का किस-किस से कनेक्शन है. इसकी भी जांच की जा रही है. उसके मोबाइल में 25 ईमेल आईडी मिले है. इसके साथ ही उसके पास से फर्जी आईडी कार्ड, कैंटीन कार्ड के साथ ही अन्य दस्तावेज मिले हैं. गिरफ्तार गंगा सेवक के दानापुर पुलिस के हवाले कर दिया है.

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