लखनऊ उत्तरप्रदेश में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव विपक्षी एकता की मजबूती बढ़ाने बैंगलुरु पहुंच रहे हैं, वहीं राज्य में उनके पीछे बीजेपी ने एक और चाल चाल दी है. घोसी विधानसभा सीट से विधायक रहे दारा सिंह(Dara Singh Chouhan) ने समाजवादी पार्टी छोड़कर बीजेपी ज्वाइन कर लिया है. दारा सिंह चौहान(Dara Singh Chouhan) ने हाल ही में सपा के विधायक पद से इस्तीफा दिया था. पंचायत चुनाव के समय से ही कयास लगाये जा रहे थे कि दारा सिंह (Dara Singh Chouhan) जल्द की कुछ करेंगे. अब आज लखनऊ में डिप्टी सीएम केसव मौर्या और ब्रजेश पाठक की मौजूदगी में दारा सिंह ने बीजेपी ज्वाइन कर लिया है.
#WATCH | Dara Singh Chauhan, who resigned from Samajwadi Party, joins BJP in Lucknow, Uttar Pradesh. pic.twitter.com/i5PpWPaOlb
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) July 17, 2023
Dara Singh Chouhan की घर वापसी
हलांकि एक तरह से दारा सिंह की ये घर वापसी है. 2022 से पहले दारा सिंह भाजपा में ही थे. योगी सरकार के पहले कार्यकाल में सरकार में मंत्री थे. 2022 में भाजपा छोड़ कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गये थे. 2022 में समाजवादी पार्टी ने दारा सिंह चौहान को घोसी से उम्मीदवार बनाया और दारा सिंह ने जीत भी हासिल की थी.
य़ूपी में अकेल पड़ रहे हैं अखिलेश यादव ?
दारा सिंह चौहान (Dara Singh Chouhan) से पहले समाजवादी पार्टी के सहयोगी रहे सुहैलदेव पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने रविवार को एनडीए में शामिल होने का फैसल लिया .उत्तर प्रदेश में एक एक कर अखिलेश यादव का दूसरे सहयोगियों से रिश्ता टूट रहा है. इस देखते हुए हुए ये चर्चा शुरु हो गई है कि आखिरकार अपने ही गठबंधन को क्या अखिलेश यादव संभाल नहीं पा रहे हैं?
2017 में कांग्रेस, 2018 में निषाद पार्टी , 2019 में बसपा और अब 2022 में सुभसपा .इनसे पहले गठबंधन हुआ और अब धीरे धीरे सब टूट रहे हैं. इस बीच राष्ट्रीय लोक दल को लेकर भी जो खबरें आ रही हैं वो अखिलेश यादव के लिए उत्साहवर्धक नहीं हैं. राष्ट्रीय लोक दल के नेता जयंत चौधरी के साथ भी गंठबंधन को लेकर तरहतरह की खबरे आम रही हैं.
अब ये सवाल उठता है कि अगर ऐसा ही रहा तो अखिलेश यादव भले ही विपक्षी एकता महागठबंधन का हिस्सा बन जायें लेकिन अपने राज्य में अकेले पड़ते नजर आ रहा हैं.2014 के चुनाव के लिहाज से समाजवादी पार्टी के लिए अच्छी खबर नहीं होगी.