सहरसा : रिपोर्टर – बी एन सिंह पप्पन : बिहार की राजनीति में एक नया दौर सामने आ रहा है. बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और पूर्व बाहुबली आनंद मोहन सिंह Anand Mohan आज शुक्रवार को एक साथ एक मंच पर नजर आये. मौका था आनंद मोहन सिंह Anand Mohan के दादाजी स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय रामबहादुर सिंह एवं पिता पद्मानंद सिंह उर्फ ब्रह्मचारी सिंह की प्रतीमा के अनावरण का.
Anand Mohan के गांव पंचगछिया पहुंचे नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बाहुबाली पूर्व सांसद आनंद मोहन के गांव पंचगछिया पहुंचकर उनके पिता स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय रामबहादुर सिंह एवं पद्मानंद सिंह उर्फ ब्रह्मचारी सिंह की प्रतीमा का अनवारण किया. इस मौके पर सीएम नीतीश कुमार से साथ जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष ललन सिंह भी मौजूद रहे.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहुंचे पूर्व बाहुबली आनंद मोहन सिंह के गांव पंचगछिया, जहां आनंद मोहन सिंह के दादा जी स्वतंत्रता सेनानी स्वर्गीय रामबहादुर सिंह और पिताजी पद्मानंद सिंह उर्फ ब्रह्मचारी सिंह की प्रतीमा का अनावरण किया#Bihar #BiharNews pic.twitter.com/jPrZrIwOUT
— THEBHARATNOW (@thebharatnow) October 27, 2023
राजनीति जहां करना है करिये रिश्ता पुराना है – Nitish Kumar, CM Bihar
सीएम नीतीश कुमार ने आनंद मोहन के साथ मंच साझा करते हुए कहा कि मुझे हमेशा इस बात का बुरा लगता था कि आप जेल में हैं. आपको बता दें कि आनंद मोहन एक सरकारी अफसर डीएम जी कृष्णैया की आन ड्यूटी हत्या के मामले में उम्र कैद के सजायाफ्ता थे,जिसे नीतीश कुमार ने बिहार के कारा कानून में बदलाव करके सजा खत्म कराई औऱ जेल से बाहर लेकर आये.
पिछले दिनों आरजेडी सांसद मनोज झा के ठाकुर का कुंआ विवाद के कारण आई खटास पर मरहम लगाते हुए सीएम नीतीश कुमार ने आनंद मोहन को भरोसा दिया कि बिहार में अब उनके लिए कोई दिक्कत नहीं है. वो जिनके साथ और जैसी चाहे राजनीति करें, मेरा समर्थन हमेशा साथ रहेगा.
Anand Mohan ने भी सीएम नीतीश कुमार का जताया आभार
वहीं आनंद मोहन ने कहा कि ‘आज 16 वर्षों के बाद अगर मैं आप लोगों के बीच खड़ा हूँ तो इसमें सबसे बड़ा योगदान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का है, जिन्होंने नियमों में संशोधन करके मुझे बाहर लाया है इसके लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त करता हूँ.
आनंद मोहन ने कहा कि देश में तीन गांधी थे, पहले गांधी थे महात्मा गांधी, दूसरे गांधी खान अब्दुल गफार खान थे जिनको सीमांत गांधी कहा जाता है और देश की आजादी में कोसी के गांधी के रूप में मेरे दादा रामबहादुर सिंह थे. उन्होंने बताया कि मुझे दुःख है कि इस प्रतिमा के अनावरण में देश की आजादी के बाद 77 वर्ष लग गये. वहीं बातों बातों में आनंद मोहन ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से पंचगछिया को अनुमंडल बनाने की मांग कर दी और बताया कि यह प्रस्ताव आपके पास है.
इस मौके पर आनंद मोहन के छोटे बेटे अंशुमन मोहन ने भी मंच से अपन बात रखी. अंशुमन मोहने कहा कि आज जब 16 साल के बाद उनके पिता और नीतीश कुमार एक साथ हैं तो बहुत से ऐसे लोग हैं जिनमें बौखलाहट है.