Amit Shah Jharkhand Visit : झारखंड में अभी विधानसभा चुनाव के लिए तारीखों के अलान में कुछ समय बाकी है लेकिन बीजेपी प्रदेश में चुनावी रैलियों के जरिये चुनाव का बिगुल फूंक दिया है. बीजेपी झारखंड के चुनावी रण में पूरे दम-खम के साथ उतरने के लिए तैयार है.गृहमंत्री अमित शाह 20 सितंबर को झारखंड के साहिबगंज पहुंच रहे हैं. यहां गृहमंत्री शाह संथाल के भोगनाडीह से भाजपा के परिवर्तन यात्रा की शुरुआत करेंगे. हाल ही में बीजेपी केंद्रीय नेतृत्व की ये दूसरी यात्रा है. इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी कोल्हन और जमशेदपुर की यात्रा कर चुके हैं
Amit Shah Jharkhand Visit : हेमंत सोरेन के गढ़ से परिवर्तन यात्रा की शुरुआत
झारखंड सीएम हेमंत सोरेन के जेल वापसी के बाद से बीजेपी झारखंड में पूरे दमखम के साथ लड़ने के लिए तैयार है. झारखंड मे भाजपा के चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान और सहप्रभारी असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्व सरमा लगातार झारखंड के चक्कर काट रहे हैं.
झारखंड में अमित शाह का कार्यक्रम
दिनांक – 20 सितम्बर 2024
कार्यक्रम 1
सिद्धो-कान्हू की जन्मस्थली का दौरा,समय – सुबह 11:30 बजे,स्थान – भोगनाडीह, साहिबगंज
कार्यक्रम 2
परिवर्तन सभा का शुभारंभ,समय – दोपहर 12:30 बजे,स्थान – पुलिस लाइन मैदान, साहिबगंज
कार्यक्रम 3
परिवर्तन सभा का शुभारंभ,समय – दोपहर 03:15 बजे,स्थान – झारखंड धाम, गिरिडीह
भाजपा नेताओं की यात्रा ने प्रदेश बीजेपी में फूंकी नई जान
भाजपा के बड़े नेताओं के सूबे में आने और नई चुनावी रणनीति ने प्रदेश भाजपा में नई जान फूंक दी है. एक बार फिर से सीएम की कुर्सी पर बैठने के बाद हेमंत सोरेन लगातार जनता के बीच जा रहे हैं और लोकलुभावन घोषणाएं कर रहे हैं. इन्हें देखते हुए ऐसा लग रहा था कि हेमंत सोरेन यहां अकेले भाजपा को बोल्ड कर देंगे, लेकिन भाजपा के बड़े नेताओं के लगातार प्रदेश में आने और जनता के बीच प्रदेश का नया चेहरा दिखाने की कोशिश के कारण स्थितियों मे काफी बदलाव हुआ है. अब तक आने वाले विधानसभा चुनाव में मुकाबला एकतरफा लग रहा था, वहीं अब आम लोगों के बीच ये नरेटिव बन रहा है कि मुकाबला एकतरफा नहीं है. ऐसे में अब हालात ये हैं कि ऐसा लग रहा है कि किसी का भी पलड़ा भारी हो सकता है.
भाजपा ने चुनाव के लिए तय कर लिये हैं मुद्दे
झारखंड में जेएमएम भेले ही सत्ता में है लेकिन अगले विधानसभा चुनाव के लिए एजेंडा बीजेपी का ही चल रहा है. झारखंड में आने वाले दिनों में उन्हीं मुद्दों पर बहस होती दिखाई देगी, जो भाजपा उठा रही है. भाजपा लगातार देश के इस सीमावर्ती राज्य में डेमोग्राफी चेंज के खतरे को बता रही है. भाजपा नेता लगातार लोगों के बीच जाकर आने वाले खतरे की ओर इशारा कर रहे हैं. बीजेपी के नेता बता रहे हैं कि अगर राज्य में एक बार फिर से इंडिया ब्लॉक की सरकार आती है, तो यहां के लोगों को क्या-क्या नुकसान होने वाले हैं. इस क्षेत्र में बीजेपी ने बांग्लादेशी और रोहिंग्या घुसपैठ के मुद्दे को सबसे मजबूत तरीके से उठाया है.बीजेपी लगातार ये बता रही है कि यहां मुस्लिम तुष्टिकरण के कारण प्रदेश की डेमोग्राफी बदल रही है. भाजपा ने आदिवासी बहुल इस राज्य में आदिवासियों की घटती संख्या की तरफ सबका ध्यान खींचा है.भाजपा लगातार राज्य से श्रम के पलायन को भी उठा रही है.
घुसपैठ के मुद्दे पर हाईकोर्ट का रुख बीजेपी के अनुकूल
प्रदेश में घुसपैठ के मुद्दे पर झारखंड हाईकोर्ट ने भी सख्त टिप्पणियां की हैं.राज्य सरकार लगातार कह रहा है कि यहां कोई घुसपैठ नहीं है. हाईकोर्ट के पास जो दस्तावेज मिले हैं, उससे ये तय हुआ है कि घुसपैठ की समस्या है. घुसपैठ को लेकर हाईकोर्ट ने झारखंड पुलिस और प्रशासन से रिपोर्ट मांगी, जिसे अधिकारियों ने निचले स्तर के अफसरो से रिपोर्ट मंगाकर खानापूर्ति कर दी. सरकार की तऱफ से हुई इस तरह की लापरवाही से हाईकोर्ट नाराज है. घुसपैठ को लेकर हाइ कोर्ट के रुख से बीजेपी को अपने आरोपों केलिए बल मिल रहा है. यहां ये गंभीर सवाल है कि अगर समस्या है और संथाल परगना की डेमोग्राफी पर असर व्यापक असर पड़ रहा है, तो इसे स्वीकार क्यों नहीं किया जा रहा है ? अब भाजपा ने इसे ही अपना सबसे बड़ा मुद्दा बना लिया है.
हेमंत सोरेन की वादा खिलाफी भी है बड़ा मुद्दा
2019 के चुनाव में जेएमएम ने अपने घोषणा पत्र में युवाओं के रोजगार को लेकर बड़े वादे किये थे. बेरोजगारों को भत्ता देने, स्थानीय युवाओं के लिए खास अवसर मुहैय्या कराने के लिए स्थानीय नीति बनाने की बात कही थी. कहा गया था कि राज्य में आने वाले ठेकों में बड़ा हिस्सा यहां के बेरोजगार युवाओं को मिलेगा, लेकिन हेमंत सोरेन पर आरोप है कि उन्होंने अपना कोई वादा पूरा नही किया है. अब जब चुनाव नजदीक है तो जन कल्याणकारी योजनाएम बना कर ‘सरकार आपके द्वार’ कर रहे हैं. ऐसे में बीजेपी के लिए ये सुनहारा मौका है और बीजेपी एस जम कर भुना भी रही है.
परिवर्तन यात्रा के जरिये बूथ स्तर कर पहुंचने की तैयारी
हाल ही में अगस्त के महीने में भाजपा ने रांची में आक्रोश रैली निकाली थी. अब राज्य में बूथ स्तर तक पहुंचने के लिए परिवर्तन रैली निकालने जा रही है.इस यात्रा के दौरान भाजपा ने लगभग 3 हजार किलोमीटर की दूरी तय करने का लक्ष्य रखा है.
सिपाही भर्ती परीक्षा के दौरान युवाओं की मौत को भी भाजपा ने अपने मुद्दों मे शामिल किया है.बीजेपी ने राज्य सरकार पर नौकरी के नाम पर झांसा देने का आरोप लगाते हुए कहा था कि राज्य की सरकार गर्मी और उमस के इस मौसम में युवाओं को दौड़ा रही है, जिसके कारण युवा दम तोड़ रहे हैं.
झारखंड में एनडीए की स्थिति
झारखंड में भाजपा नेताओं की लगातार आमद और वर्तमान मुद्दों को जोर शोर से उठाने के साथ ही प्रदेश में बीजेपी की स्थिति काफी बेहतर हो गई है. लोकसभा चुनाव 2024 में रिजर्व सीटों पर भी भाजपा की हार हुई थी . इसलिए इस बार पार्टी की पूरी कोशिश है कि आदिवासी वोटों को हाथ से जाने ना दिया जाये. भाजपा के पास अब आदिवासी नेताओं में कई पूर्व मुख्यमंत्री शामिल हैं. बाबूलाल मरांडी, मधु कोड़ा, अर्जुन मुंडा और अब जेएमएम से आये ब्रांड न्यू नेता चंपई सोरेन भी भाजपा के साथ हैं.इसके अलावा सोरेन परिवार से आनी वाली सीता सोरेन, गीता कोड़ा और साहिबगंज के बोरियो से आने वाले लोबिन हेम्बरम भी भाजपा के साथ हैं. भजपा संथाल परगना और कोल्हान को लेकर खास सतर्क है क्योंकि यहां दो दर्जन से अधिक सीटें हैं. यही कारण है कि भाजपा का फोकस संथाल परगना और कोल्हान पर ज्यादा है. प्रधानमंत्री ने कोल्हान से पहली चुनावी सभा का आगाज किया तो अब गृहमंत्री शाह संथाल परगना से परिवर्तन यात्रा की शुरुआत कर रहे हैं.