America Double Standard : अमेरिका ने भारत के मोस्ट वांटेड खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू की असफल हत्या की कोशिश के मामले में एक भारतीय नागरिक और पूर्व ऑफिसर को मोस्ट वांडेट घोषित किया है. अमेरिका के न्यूयार्क सिटी की एक अदालत ने 18 पन्ने की एक रिपोर्ट जारी की है, जिसमें विकास यादव नाम के एक पूर्व भारतीय अधिकारी पर अमेरिकी नागरिक गुरपतवंत सिंह पन्नू की हत्या की कोशिश के मामले मे मोस्ट वांटेड बताया है.हलांकि भारत ने अमेरिकी के आरोपों का खडन करते हुए कहा है कि विकास यादव अब कर्मचारी नहीं है.
America Double Standard : 18 पन्ने की रिपोर्ट में अदालत ने क्या लिखा ?
अमेरिकी अदालत ने अपने रिपोर्ट में विकास य़ादव के संबंध में लिखा है कि वो भारत में CRPF में असिस्टेंट कमांडेंट थे और बाद में यही से इंडिया की खुफिया एजेंसी RAW में सीनियर फील्ड ऑफिसर के रुप में पद पर तैनात किये गये.न्यूयॉर्क की अदालत ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि उन्हें अपने जांच में ये बात चार चरणों मे पता चली. अदालत ने कहा कि गुरवंत सिंह पन्नू की हत्या की कोशिश मामले में मुख्य कांस्प्रिटर यानी साजिशकर्ता विकास यादव थे, जिन्होंने निखिल गुप्ता के साथ मिलकर पन्नू की हत्या के लिए सजिश रची. निखिल गुप्ता अभी ‘अमेरिका’ की जेल में बंद हैं.
इस मामले में खास बात ये हैं कि अमेरिका इस बात को अच्छी तरह से जानता है कि भारत के लिए गुरपतवंत सिंह पन्नू एक अलगाववादी उग्रवादी और चरमपंथी खालिस्तान समर्थक नेता है. भारत के लिए पन्नू एक मोस्ट वांटेड आतंकवादी है लेकिन अमेरिकी सरकार के लिए पन्नू उनका एक नागरिक है जो वहां एक वकील के तौर पर काम करता है.इसके बावजूद अमेरिका ने पन्नू को नहीं बल्कि पूर्व भारतीय अधिकारी को मोस्ट वांटेड घोषित किया है. अमेरिका ने विकास यादव के नाम के साथ लिखा है
Most wanted अमेरिका ने विकास यादव के नाम साथ लिखा है Wanted by FBI.
दरअसल भारतीय नजरिये से देखें तो यहां अमेरिका का दोहरापन दिखाई दे रहा है. एक तरफ वो दूसरे देशों के आतंकियों को अपना नागरिक बताकर उन्हें अपने देश में सुरक्षा देता है वहीं दूसरे देश में जाकर अपने आतंकियों की दूसरे देश घुसकर उनकी हत्या कर देता है. जैसा कि अमेरिका ने अभी लेबनान में किया, इससे पहले अफगानिस्तान, उससे पहले ईराक, यमन, सीरिया और ईरान में घुसकर मानवता के दुश्मनों के नाम पर हत्यायें कर रहा है. अमेरिका दूसरे देशों से कहता है कि दूसरे देश उनके नागरिको को आतंकी नही बोल सकते हैं.अगर कहा तो वो उस देश के नागरिक को ही आतंकी बता देंगे. इस समय अमरिकी यही कर रहा है.
कौन है विकास यादव ?
अमेरिका ने अपनी रिपोर्ट में भारत के पूर्व सीआरपीएफ अधिकारी विकास यादव को अंडर कवर एजेंट बताया है और उसका कोडनेम अमानत बताया है. अमेरिका ने अपनी रिपोर्ट में विकास यादव की कुल तीन तस्वीरें लगाई हैं जिनमें एक तस्वीर में विकास यादव सीआरपीएफ की यूनिफॉर्म में नजर आ रहे हैं. अमेरिकी दस्वावेज की रिपोर्ट मुताबिक विकास यादव भारत में हरियाणा के रेवाड़ी के रहने वाले हैं, उनकी उम्र 39 है. अमेरिका ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि विकास यादव ही वो शख्स है जिसने अमेरिका धऱती पर उसके एक भारतीय मूल के वकील और पोलिटिकल वर्कर की हत्या कराने की साजिश रची थी.
अमेरिका के लिए पन्नू एक भारतीय वकील और राजनीतिक कार्यकर्ता
भारत का मोस्ट वांटेड खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू अमेरिका की नजर में एक राजनीतिक कार्यकर्ता और वकील है. हलांकि पन्नू के बारे में जानकारी देते हुए उसे भारत सरकार का एक क्रिटिक बताया है, जो पंजाब को भारत से अलग करके एक अलग देश खालिस्तान बनाने की मांग करता है. भारत सरकार ने इसपर और इसकी संस्था पर प्रतिबंध लगाया हुआ है.
अमेरिकी अदालत ने गुरपंतवंत सिंह पन्नू मामले में आरोप लगाया है कि विकास यादव ने मनी लांड्रिंग करके शूटर को हायर किया और उसे 15 हजार डालर दिये. विकास यादव को लेकर जारी पोस्टर में लिखा है कि विकास यादव के खिलाफ अरेस्ट वॉरंट है और उसी के आधार पर अब उनके देश में विकास यादव फेडरल ब्यूरो (FBI) के लिए MOST WANTED है.