मणिपुर के हालात पर संसद भवन में सर्वदलीय बैठक शुरू हुई हो गई है. केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बैठक की अध्यक्षता कर रहे हैं. 3 मई से शुरु हुई हिंसा के 50 दिनों से ज्यादा के बाद बुलाई गई इस बैठक को लेकर विपक्ष ने नाराजगी जताई थी.
मणिपुर मुद्दे पर सर्वदलीय बैठक. तमाम पार्टी के नेता बैठक में हुए शामिल.@PMOIndia @AmitShah @narendramodi @INCIndia @Jduonline pic.twitter.com/ft1fonV76x
— THEBHARATNOW (@thebharatnow) June 24, 2023
कांग्रेस ने बैठक में प्रधानमंत्री के नहीं होने पर उठाए थे सवाल
शनिवार को कांग्रेस की तरफ से ट्वीट कर कहा गया था कि, “मणिपुर में हिंसा शुरु के 52 दिन बाद गृहमंत्री ने आखिरकार आज दोपहर 3 बजे मणिपुर पर एक सर्वदलीय बैठक बुलाना उचित समझ. वास्तव में इस बैठक की अध्यक्षता प्रधानमंत्री को करनी चाहिए थी जो इतने समय तक चुप रहे. इसे राष्ट्रीय पीड़ा के प्रदर्शन के रूप में इंफाल में आयोजित किया जाना चाहिए था. भाजपा ने मणिपुर के लोगों को बुरी तरह विफल कर दिया है.
फिर भी वह व्यक्ति जो 2002 और 2017 के बीच 3 बार सीएम के रूप में मणिपुर को शांति और विकास के रास्ते पर वापस लाया, ओकराम इबोबी सिंहजी एचएम की बैठक में कांग्रेस का प्रतिनिधित्व करेंगे. उनके व्यापक अनुभव और गहन ज्ञान को देखते हुए उनकी बात पूरी गंभीरता से सुनी जानी चाहिए.”
अब बहुत देर हो चुकी है, मणिपुर जल रहा है-ममता बनर्जी
सिर्फ कांग्रेस ही नहीं टीएमसी ने भी इस बैठक को देर से उठाया गया कदम बताया. 24 जून को बुलाई गई सर्वदलीय बैठक पर पश्चिम बंगाल CM ममता बनर्जी ने कहा, “अब बहुत देर हो चुकी है, मणिपुर जल रहा है. मणिपुर के लोग मुसीबत में हैं. सेंट्रल फोर्स की मौजूदगी में मंत्री का घर जल रहा है. यह पूरी तरह विफलता है, उन्होंने बैठक बुलाई है इसलिए पार्टी की ओर से डेरेक ओ ब्रायन जाएंगे.”
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