Friday, November 22, 2024

Akhilesh on Encounters: BJP सरकार में ‘मुठभेड़ों के पैटर्न’ है, ‘पहले किसी को उठाओ-फिर झूठी मुठभेड़ की कहानी बनाओ …’

Akhilesh on Encounters:समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को उत्तर प्रदेश में हाई-प्रोफाइल डकैती मामले के आरोपी मंगेश यादव की मौत को लेकर चल रहे विवाद के बीच पुलिस मुठभेड़ों को लेकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार पर हमला बोला.

“भाजपा ने सच का ही एनकाउंटर कर दिया है”- Akhilesh on Encounters

सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक तीखी पोस्ट में अखिलेश यादव ने भाजपा पर फर्जी मुठभेड़ों का आयोजन करने और विशेष रूप से जाति के आधार पर व्यक्तियों को निशाना बनाने के लिए न्याय प्रणाली में हेरफेर करने का आरोप लगाया.
यादव ने लिखा, ” भाजपा राज में एनकाउंटर का एक पैटर्न सेट हो गया है : – पहले किसी को उठाओ
– फिर झूठी मुठभेड़ की कहानी बनाओ
– ⁠फिर दुनिया को झूठी तस्वीरें दिखाओ
– ⁠फिर हत्या के बाद परिवारवालों द्वारा सच बताये जाने पर तरह-तरह के दबाव व प्रलोभन से उन्हें दबाओ – ⁠विपक्षी राजनीतिक दलों द्वारा भंडाफोड़ होने पर अपने दोयम दर्जे के नेताओं को आगे करके शीर्ष नेतृत्व को बचाओ
– ⁠फिर ‘जिसका दाना-उसका गाना’ वाले संबंधों को निभानेवाले मीडिया को दुष्प्रचार के लिए लगाओ
– ⁠फिर झूठ में पारंगत अपने तथाकथित बड़े भाजपाई नेताओं से ऐसे ग़ैरक़ानूनी एनकाउंटर को सही साबित करने के लिए तर्कहीन बयानबाज़ी कराओ
– ⁠सच्चे मीडिया को विपक्ष या विदेशी समर्थन पर जीनेवाला साबित करके उनकी बदनामी करवाओ और
– ⁠जनाक्रोश बढ़ने पर औपचारिक, दिखावटी जाँच कराकर मामला रफ़ा-दफ़ा करवाओ. भाजपा अपने दल-बल के साथ ऐसे एनकाउंटरों को जितना अधिक सच साबित करने में लग जाती है, वो एनकाउंटर दरअसल उतना ही बड़ा झूठ होता है. भाजपा ने सच का ही एनकाउंटर कर दिया है.”

क्या है मुठभेड़ को लेकर विवाद?

पूर्व आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर ने घटना के दौरान चप्पल पहने एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की तस्वीर की ओर इशारा करते हुए मुठभेड़ की प्रामाणिकता पर सवाल उठाए थे. ठाकुर ने सवाल उठाया कि ऐसे जूते अधिकारी को तेज गति से पीछा करने में कैसे सक्षम बना सकते हैं, जिससे एक फर्जी मुठभेड़ के संदेह को और बल मिलता है.
डीके शाही की एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें वे मंगेश यादव के कथित एनकाउंटर के समय चप्पल पहने हुए दिखाई दे रहे हैं. चप्पलों का डिज़ाइन ऐसा है कि उनमें भागना, पीछा करना आदि असंभव है, उन्होंने एक वीडियो बयान में कहा. उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार ने इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि पुलिस निष्पक्ष रूप से काम करती है और जाति-आधारित कार्रवाई में शामिल नहीं होती है. कुमार ने लखनऊ में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, “पुलिस ऐसी चीजों में शामिल नहीं होती… वे निष्पक्ष रूप से कार्रवाई कर रहे हैं.”
सुल्तानपुर मुठभेड़ उत्तर प्रदेश में ऐसी घटनाओं की श्रृंखला में नवीनतम है, जहां पुलिस ने अपराधियों पर अपनी कार्रवाई तेज कर दी है. जहां भाजपा सरकार इन मुठभेड़ों को अपराध पर अंकुश लगाने में सफलता के रूप में देखती है, वहीं विपक्षी दलों ने न्यायेतर हत्याओं की बढ़ती संख्या पर चिंता व्यक्त की है.

ये भी पढ़ें-

Html code here! Replace this with any non empty raw html code and that's it.

Latest news

Related news