मुंबई: आर्यन खान ड्रग्स मामले में रिश्वत लेने के आरोपों के चलते जहां अभी तक सिर्फ एनसीबी के पूर्व अधिकारी समीर वानखेड़े फंसे थे. वहींं अब ये मामला और बड़ा बनता जा रहा है. इस मामले में अब समीर वानखेड़े के अलावा और भी बड़े बड़े अधिकारीयों के नाम सामने आ रहे हैं. सामने आती ख़बरें NCB के लिए भी बदनामी का काम कर रही हैं. ऐसे में ताजा मामला ये है कि सैम डिसोजा ने बॉम्बे हाईकोर्ट में याचिका दाखिल कर एनसीबी(NCB) के एक और अधिकारी के दागी होने का आरोप लगाया है.
NCB का क्या है मामला?
जी हाँ NCB के मुखबिर और आर्यन खान केस में गवाह सैम डिसोजा का दावा है कि NCB के डीडीजी ज्ञानेश्वर सिंह ने हवाला के जरिए लिए 9 लाख रुपए की रिश्वत ली है. दरअसल शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान केस में गवाह सैम डिसोजा का दावा है कि NCB के वरिष्ठ अधिकारी ज्ञानेश्वर सिंह ने 9 लाख रुपए लिए थे. ये रुपए हवाला के जरिए दिल्ली भेजे गए थे और वहीं मुंबई एनसीबी के अधिकारी V V singh ने उनसे 5 लाख रुपए लिए थे. ये तमाम दावे सैम ने अपने याचिका में किया है.
सैम डिसूज़ा को CBI ने भेजा था समन
दरअसल जून 2021 के एक मामले में सैम डिसूज़ा को समन किया था,उस मामले में एनसीबी के अधिकारी ज्ञानेश्वर सिंह ने कथित तौर से 9 लाख रुपये हवाला के ज़रिये लिए थे. Sam D’Souza ने अपनी याचिका के जरिये से मुंबई हाईकोर्ट में ये तमाम दावे किए हैं. समीर वानखेड़े कथित वसूली मामले में आरोपी रहे सैम डिसूजा ने बॉम्बे हाई कोर्ट में याचिका दाखिल कर सीबीआई की कार्यवाही पर सवाल उठाया है. बता दें सीबीआई ने मुंबई एनसीबी के पूर्व जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े के साथ सैम डिसूजा पर भी मामला दर्ज किया है. एफआईआर रद्द करने की मांग सैम डिसुजा ने अपनी याचिका के जरिये किया है. जिसपर आज बॉम्बे हाईकोर्ट में सुनवाई भी होनी है. NCB के पूर्व ज़ोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े समेत अन्य पर लगे भ्रष्टाचार का आरोप मामले में एक आरोपी सैम डिसूज़ा को CBI ने पूछताछ के लिए 24 जून को बुलाया था. उसे पहले CBI ने सैम को 23 मई को सीआरपीसी की धारा 41A का नोटिस भेज पूछताछ के लिए बुलाया था. लेकिन इस समन का पालन करने की जगह समन के मिलने के तुरंत बाद सैम ने हाईकोर्ट का दरवाज़ा खटखटाया और अपनी याचिका में तमाम दावे किये.
अब देखना ये है कि समीर वानखेड़े के अलावा NCB के और कितने अधिकारी पर जांच की आंच आती है. ये भी देखना होगा कि मुखबिर सैम डिसोजा के आरोप कितने सच्चे साबित होते हैं.