गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद के दो नाबालिग बेटों की कस्टडी सोमवार को प्रयागराज की बाल कल्याण समिति (CWC) के निर्देश के बाद अतीक की बहन को सौंप दी गई. उत्तर प्रदेश सरकार ने मंगलवार (10 अक्तूबर) को ये जानकारी सुप्रीम कोर्ट में दी.
उमेश पाल हत्या के बाद बाल संरक्षण गृह भेजे गए थे बेटे
अतीक अहमद के दो बेटों अहजम और अबान को उमेश पाल की हत्या के बाद पुलिस ने 2 मार्च से प्रयागराज के बाल संरक्षण गृह में रखा था. पुलिस ने उमेश पाल हत्या में अतीक अहमद और उसके बड़े बेटों को आरोपी बनाया था. जिला प्रोबेशन अधिकारी (प्रयागराज) सर्वजीत सिंह ने बताया कि सीडब्ल्यूसी के निर्देश पर अहमद के नाबालिग बेटों की कस्टडी उनकी बुआ (अहमद की बहन) शाहीन परवीन अहमद को दे दी गई है.
अतीक की बहन ने मांगी थी दोनों नाबालिग बेटों की कस्टडी
पहले प्रयागराज में और फिर सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर अतीक अहमद की बड़ी बहन शाहीन अहमद ने अतीक के दो नाबालिग बेटों की कस्टडी की मांग की थी. गैंगस्टर-से राजनेता बने अतीक अहमद और उसके भाई खालिद अजीम उर्फ अशरफ की इस साल अप्रैल में पुलिस रिमांड के दौरान हत्या कर दी गई थी. अतीक की पत्नी शाइस्ता परवीन फरार है.
अतीक अहमद और शाइस्ता के पांच बेटे थे
यूपी में 101 आपराधिक वारदातों को अंजाम देने वाले अतीक की शादी शाइस्ता से हुई थी और उसके पांच बच्चे थे. अतिक के एक बेटे असद को इस साल अप्रैल में उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने मुठभेड़ में मार गिराया था.
जबकि अतिक का सबसे बड़ा बेटा, उमर, वर्तमान में लखनऊ जिला जेल में बंद है, जबकि दूसरा सबसे बड़ा बेटा, अली, नैनी, प्रयागराज में जेल में बंद है. उमर को पिछले साल अगस्त में मोहित जयसवाल नाम के एक रियाल्टार से जुड़े अपहरण और यातना मामले में जांच के लिए स्वेच्छया से लखनऊ सीबीआई अदालत में आत्मसमर्पण करने के बाद जेल में डाल दिया गया था. दूसरी ओर, अली को उसी महीने जबरन वसूली के आरोप में गिरफ्तार कर नैनी सेंट्रल जेल में डाल दिया गया था. उस मामले में जमानत मिलने के बावजूद, वह एक अन्य लंबित आपराधिक मामले के कारण हिरासत में है.
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