बिहार के बाहुबली और पूर्व सांसद आनंद मोहन आज शुक्रवार को 15 दिन की पेरोल पर जेल से बाहर आ गये हैं. बताया जा रहा है कि आनंद मोहन को बेटी की शादी में शामिल होने के लिए जेल से 15 दिन की पेरोल मिली है. आनंद मोहन को सजा होने के 15 साल बाद 15 दिन की पेरोल मिली है.
आनंद मोहन की पेरोल को लेकर राजनिति तेज
आनंद मोहन के पेरोल को लेकर पिछले कुछ दिनों से बिहार की राजनीति गर्म थी. कहा ये जा रहा था कि बिहार में होने वाले विधानसभा उपचुनाव को देखते हुए उन्हें जेल से पेरोल पर बाहर लाया जा रहा है ताकि आरजेडी को इसका फायदा मिल सके. आनंद मोहन सजा होने से पहले बिहार से राष्ट्रीय जनता पार्टी के सांसद रह चुके हैं और वर्तमान में उनकी पत्नी लवली आनंद आरजेडी से जुड़ी हुई हैं.
किस मामले में उम्रकैद काट रहे हैं आनंद मोहन
आनंद मोहन गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया की हत्या के मामले में पिछले 14 साल से सजा काट रहे हैं. गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैया की ह्त्या 5 दिसंबर 1994 को पीट पीट कर कर दी गई थी. हत्या उस समय हुई जब डीएम जी कृष्णैया एक बैठक में शामिल होकर लौट रहे थे तभी एक भीड़ ने उन्हें घेर लिया . दरअसल एक दिन पहले 4 दिसंबर 1994 को बिहार के एक नामी गैंगस्टर छोटन शुक्ला की हत्या हुई थी. जिसके कारण उत्तर बिहार में काफी रोष था. लोग हाइवे पर छोटन शुक्ला के शव को लेकर प्रदर्शन कर रहे थे, उसी समय डीएम कृष्णैया एक बैठक में हिस्सा लेकर वापस लौट रहे थे.डीएम की गाड़ी को देखते ही भीड़ ने उन्हें उनकी सरकारी कार से खींच कर बाहर निकाल लिया और अपने साथ ले गई. बाद में उनकी पीट पीट कर हत्या कर दी गई. इस हत्या का मुख्य आरोपी आनंद मोहन को बनाया गया .बाद में उनका जुर्म साबित हुआ और उसे निचली अदालत ने 2007 में फांसी की सजा सुनाई. इसी मामले में आनंद मोहन के साथ पूर्व मंत्री अखलाक अहमद और अरुण कुमार को भी मौत की सजा सुनाई गई थी. बाद मे पटना हाइ कोर्ट ने निचली अदालत के फांसी की सजा को उम्र कैद में तब्दील कर दिया. इसी हत्या के मामले में आनंद मोहन की पत्नी लवली आनंद और छोटन शुक्ला के भाई मुन्ना शुक्ला समेत दो और लोगों को उम्रकैद की सजा सुनाई गई थी, बाद में साक्ष्यों के अभाव में लवली आनंद को 2008 में मुकदमे से बरी कर दिया गया.
डीएम जी कृष्णैया की ह्त्या के मामले में आनंद मोहन को उम्र कैद की सजा मिली है. पिछले 15 साल से आनंद मोहन सहरसा की जेल में उम्र कैद की सजा काट रहे हैं.