पटना (PATNA)
बिहार में नशामुक्ति अभियान को लेकर फजीहत झेल रहे सीएम नीतीश सरकार ने ये माना है कि राज्य में नशा मुक्ति के अभियान को वो तवज्जो नहीं मिल रही है जो मिलनी चाहिये .
सीएम नीतीश कुमार ने नशामुक्ति दिवस पर माना कि नशा मुक्ति अभियान के बावजूद शराब के कारोबारी अपना काम जारी रखे हुए हैं.असली शराबी और शराब का कारोबार करने वाले लोग नहीं पकड़े जा रहे हैं.नीतीश कुमार ने मंच पर ही पटना के डीएम और एसएसपी को खोजा और कहा कि कहां गए पटना वाले, अगर पटना कंट्रोल हो जायेगा तो इसका प्रभाव अन्य जिलों पर भी पड़ेगा. सीएम नीतीश कुमार ने डीएम और एसएसपी से भरीसभा में पूछा कि आपलोग यह काम करिएगा न ? सीएम नीतीश ने पटना के एसएसपी और डीएम से यह कहवाया कि वो लोग असली गुनहगारों को पकड़ेंगे.
शराब मुक्ति के लिए 5000 करोड़ का टैक्स छोड़ा
सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि हम जब सरकार में आये तो शराब से टैक्स 5000 करोड़ रुपया तक पहुंच गया था. 2015 में जब हम फिर से सरकार में आये तो महिलाओं की मांग पर शराबबंबदी लागू करने का विचार किया.2015 में जब नई सरकार बनी उसके बाद हमने शराब बंदी लागू करने का निश्चय किया और पाठक जी को इसका जिम्मा दिया. 1 अप्रैल 2016 को हमने शराबबंदी कानून लागू कर दिया. नीतीश कुमार ने कहा कि 90 परसेंट आदमी तो अच्छा करता है, लेकिन 10 परसेंट लोग कुछ ना कुछ गड़बड़ करते है. शराबबंदी कानून पूरी तरीके से लागू हो इसको लेकर हम हर बार मीटिंग करते हैं. हम अधिकारियों से कहते हैं कि इसको देखिए. कार्रवाई जारी है.
‘ताड़ी की जगह नीरा पीजिये’
मुख्यमंत्री ने नशा करनेवालों को ताड़ी छोड़कर नीरा का कारोबार करने की सलाह दी. कहा कि ताड़ी छोड़कर नीरा का काम करने वालों को हम लोग प्रोत्साहन देंगे. सरकार इस पर काम कर रही है. जब हमलोग काम कर रहे फिर भी लोग ताड़ी का कारोबार कर रहे. इसका क्या मतलब है. नीरा फायदे की चीज है,ताड़ी शराब से जुड़ा हुआ चीज है, जबकि नीरा कितना लाभ देने वाला चीज है .अब कितने लोग नीरा पीते हैं, कितना अच्छा होता है उसका स्वाद. हमने कहा है कि जो शराब का धंधा करता है उसको खोजिए. वैसे लोग जो गड़बड़ी करता है उसको पकड़िए. हम सतत जीवकोपार्जन में और जोड़ने जा रहे हैं.जो यह धंधा छोड़कर दूसरा कोई भी काम शुरू करेगा उसको सरकार एक लाख रू देगी. उन्होंने कहा कि आप कोई दूसरा काम करिए, पशुपालन करिए या फिर अन्य काम हम आपको एक लाख रू देंगे. इसमें पहले ₹60000 रू सतत जीवकोपार्जन योजना में मिलता था. दारू बहुत खराब चीज है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल में वैशाली में हुई एक दुर्घटना का जिक्र करता हुए कहा कि वैशाली में एक ने दुर्घटना कर दिया,जिससे 8 लोगों की मृत्यु हो गई. पता चला कि जो गाड़ी चला रहा था वह शराब पीए हुए था. दारू पी कर एक्सीडेंट कर दिया. खुद तो बच गया लेकिन 8 लोगों को मार दिया. आप सोच लीजिए शराब कितनी बुरी चीज चीज है.
सीएम नीतीश कुमार ने भाषण के दौरान कहा कि सरकार ने जब से शराब बंदी लागू किया है कुछ लोग मेरे खिलाफ है. सरकार ने विकास के कई काम किये लेकिन कोई इसकी चर्चा नहीं करता है.नीतीश कुमार ने उनपर प्रहार करते हुए कहा कि आपको जो करना है करिए ,हमको कोई दिक्कत नहीं. मुख्यमंत्री ने कहा कि असली वाला कुछ लोग ही पकड़ा रहा है, सब नहीं पकड़ा रहा है, जितने हमारे पुलिस वाले लोग हैं वह सब उसको देखिए. मुख्यमंत्री ने मंच पर पटना के डीएमऔर एसएसपी को खोजने लगे। कहा कि पटना पर कंट्रोल करिए.