जेल में बंद मुख्तार अंसारी के बेटे अब्बास अंसारी की अंतरिम बेल अपील Abbas Ansari bail Appeal पर सात मई यानी कल सुनवाई होगी. अब्बास के वकील कपिल सिब्बल ने चीफ जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ से इस मामले में जल्द सुनवाई की मांग की थी जिसपर उन्हें सात मई की तारीख मिली है. मुख्तार अंसारी का चालीसवां भी मंगलवार 7 मई को है जिसमें शामिल होने के लिए अब्बास ने सुप्रीम कोर्ट से गुहार लगाई थी.
3 मई को Abbas Ansari bail Appeal दायर की थी
3 मई को सुप्रीम कोर्ट अब्बास की जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए तैयार हुआ था. आपको बता दें अब्बास एक साल से ज्यादा वक्त से जेल में बंद है. वह फिलहाल यूपी की कासगंज जेल में कैद है. वह अपने पिता अंतिम संस्कार में भी शामिल नहीं हो पाया था. उसे जेल में ही पिता की मौत की खबर मिली थी जिसके बाद उसने पिता के जनाजे में शामिल होने के लिए कोर्ट में अर्जी लगाई थी.
Abbas Ansari को पिता के कब्र पर फातिहा पढ़ने की मिली थी इजाजत
इससे पहले सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर 9 अप्रैल, 2024 को अब्बास पुलिस गाज़ीपुर से शाम पांच बजे से पहले सड़क मार्ग से कासगंज से गाजीपुर ले गई थी. यहां 10 अप्रैल, 2024 को पुलिस अब्बास को पिता की कब्र पर फातिहा पढ़ाने कब्रिस्तान लेकर गई और फिर वापस गाजीपुर जेल ले आई थी..
सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में अब्बास अंसारी को 11 और 12 अप्रैल, 2024 को परिवार से मिलने की इजाज़त भी दी है. अब्बास जेल में परिवार से मिलने के साथ ही अगर कोई रस्म होती है तो उसमें भी शामिल हो सकते थे. जिसके लिए पुलिस उनको लेकर जेल से बाहर भी ले जा सकती थी. इसके बाद 13 अप्रैल को पुलिस अपनी कस्टडी में अब्बास को वापस कासगंज जेल ले आई थी.
28 मार्च को हुई थी मुख्तार अंसारी की मौत
आपको बता दें, 28 मार्च को जेल में बंद नेता और पूर्व विधायक मुख्तार अंसारी की बांदा के अस्पताल में मौत हो गई थी. जेल प्रशासन ने मौत की वजह दिल का दौरा पड़ना बताया था. हलांकि मुक्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी और उनके भाई अफजल अंसारी ने मुख्तार अंसारी को जेल में स्लो प्वाइजन (धीमा जहर) दिया जाने का आरोप लगाया था.