दिल्ली के मेजर ध्यान चंद राष्ट्रीय स्टेडियम में गुरुवार से आदि महोत्सव की शुरुआत हुए. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आदि महोत्सव का उद्घाटन किया.
आदि महोत्सव (Aadi Mahotsav) में जनजातीय संस्कृति, शिल्प, खान-पान, वाणिज्य और पारंपरिक कला का प्रदर्शन किया गया है. इस कार्यक्रम का केंद्र बिंदु है जनजातीय समुदायों द्वारा उपजाये जाने वाले श्री अन्न. जनजातीय आबादी के कल्याण के लिये केंद्र सरकार लगातार कई तरह के कदम उठा रही है ये आदि महोत्सव (Aadi Mahotsav) भी उसी का हिस्सा है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस दौरान जनजातीय समुदाय द्वारा पेश सांस्कृतिक कार्यक्रम का भी लुत्फ उठाया
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#WATCH दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेगा नेशनल ट्राइबल फेस्टिवल के तहत आदि महोत्सव में शामिल हुए। इस दौरान जनजातीय समुदाय ने सांस्कृतिक कार्यक्रम पेश किया।
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— ANI_HindiNews (@AHindinews) February 16, 2023
क्या है आदी महोत्सव में देखने लायाक
आदि महोत्सव (Aadi Mahotsav) में जनजातीय संस्कृति, शिल्प, खान-पान, वाणिज्य और पारंपरिक कला की झलक देखने को मिलेगी. यह कार्यक्रम जनजातीय कार्य मंत्रालय और भारतीय जनजातीय सहकारी विपणन विकास महासंघ लिमिटेड (ट्राइफेड) ने मिलकर किया है. हर साल आयोजित होने वाला ये कार्यक्रम इस वर्ष 16 से 27 फरवरी तक दिल्ली के मेजर ध्यान चंद राष्ट्रीय स्टेडियम में सबके लिए खुला रहेगा.
इस कार्यक्रम में देशभर में जनजातीय समुदायों की समृद्ध और विविधतापूर्ण धरोहर को दिखान के साथ ही उनके उत्पादों की बिक्री के लिए 200 से अधिक स्टॉल लगाये गये हैं. महोत्सव में एक हजार से ज्यादा जनजातीय शिल्पकार हिस्सा ले रहे हैं. सरकार साल 2023 को अंतर्राष्ट्रीय पोषक अनाज वर्ष के रुप में मना रही है, इसलिए आदि महोत्सव (Aadi Mahotsav) में जनजातीय समुदायों के उपजाये जाने वाले श्री अन्न यानी मोटा अनाज को केंद्र में रखा गया है. महोत्सव में हस्तशिल्प, हथकरघा, मिट्टी के पात्र बनाने की कला, आभूषण कला आदि भी आकर्षण का केंद्र है.