Project Cheetah Web Series : दुनिया में पहली बार एक देश के चीते को दूसरे देश में बसाने की पहल ‘प्रोजेक्ट चीता’ पर भारत में वेब सीरीज बनाने के प्रस्ताव को केंद्र सरकार ने मंजूरी दी है. ये जानकारी एनटीसीए (National Tiger Conservation Authority ) के उप महानिरीक्षक वैभव चंद्र माथुर ने एक पत्र में मध्यप्रदेश के मुख्य वन्यजीव वार्डन को दी हैा. उन्होंने एक पत्र में लिखा कि केंद्र की तकनीकी समिति ने ‘प्रोजेक्ट चीता’ के नाम से एक वेब सीरीज के बनाने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है.
Project Cheetah Web Series की शूटिंग कूनो नेशनल पार्क में होगी
इस पत्र में वैभव चंद्र माथुर की तरफ से मध्यप्रदेश सरकार से ये अनुरोध किया गया है कि बेव सीरीज बनाने वाली कंपनी मेसर्स शेन फिल्म्स और प्लांटिंग प्रोडक्शंस को तय नियमों और शर्तों के अनुसार प्रदेश के कूनो नेशलम पार्क और गांधी सागर वन्यजीव अभयारण्य में फिल्म को शूट करने की सुविधा दी जाए, ताकि भारत देश के द्वारा किये गये प्रयासों को दुनिया के सामने दिखाया जा सके .
डिस्कवरी चैनल पर 170 देशों में दिखाई जायेगी बेव सीरीज
मध्यप्रदेश मुख्य वन्यजीव वार्डन ने इस संबंध में 6 अगस्त को इस प्रस्ताव पर मंजूरी दे दी थी. प्रस्ताव के मुताबिक 4 एपिसोड में बनने वाले इस वेब सीरीज को डिस्कवरी चैनल के नेटवर्क पर 170 देशों में अलग अलग भाषाओं में दिखाया जायेगा. बताया जा रहा है कि इस बेव सीरीज की शूटिंग इस साल के सितंबर महीने में संभवतः 17 सितंबर को पीएम नरेंद्र मोदी के जन्मदिन और ‘प्रोजेक्ट चीता’ की दूसरी वर्षगांठ के दिन से शुरु हो सकती है .
इस बेव सीरीज को बनाने का उद्देश्य प्रोजेक्ट टाईगर की परियोजना की संकल्पना, चीतों को भारत लाने दौरान आई परेशानियां , चीतों की वर्तमान स्थिति और उनके भविष्य की जरुरतो को दिखाना है. बेव सरीज के लिए प्रस्तावित पत्र में कहा गया है कि इसका लक्ष्य लोगों को इस बड़े प्रोजक्ट की बारीकियों को समझाना है.
प्रोजेक्ट टाइगर पर बेव सीरीज बनाने के लिए कई लोग आये आगे
भारत सरकार द्वारा चलाये जा रहे प्रोजेक्ट टाइगर को लेकर एनटीसीए (नेशलल टाइगर कंसर्वेशन आथोरिटी ) और भारतीय वन्यजीव संस्थान के साथ तालमेल करके वेब सीरीज बनाने वालों ने इस प्रोजेक्ट पर फिल्म बनाने के लिए 50 लाख रुपए की वित्तीय सहायता के लिए ‘एमपी टाइगर फाउंडेशन’ और मध्यप्रदेश पर्यटन विभाग से भी संपर्क किया है.
बेव सीरीज बनाने की जल्दबाजी पर उठे रहे सवाल
प्रोजेक्ट टाइगर पर बेव सीरीज बनाने के लिए केंद्र सरकार की अनुमति और अब वेब सीरीज को फिल्माने की अनुमति देने की प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं . कहा जा रहा है फिल्मांकन के लिए चीता परियोजना संचालन समिति से कोई चर्चा नहीं हुई है . सरकार ने इस समिति का गठन पिछले साल ही प्रोजक्ट टाइगर की प्रगति की निगरानी और समीक्षा के लिए मध्यप्रदेश वन विभाग और एनटीसीए को सलाह देने के लिए बनाया गया था. जल्दबाजी मे इस प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई है.
अफ्रीका से 20 चीते लाए गये भारत
प्रोजेक्ट चीता के तहत अब तक साउथ अफ्रिका से 20 चीते भारत लाये जा चुके हैं. 2022 सितंबर में नामीबिया से आठ चीते और फरवरी 2023 में 12 चीते लाए गए. इनमें से कुछ चीतों तो खुद प्रधानमंत्री मोदी ने अपने जन्मदिन के मौके पर कूनो नेशनल पार्क के जंगल में छोड़ा था, लेकिन इनमें से तीन चीतों की मौत सेप्टीसीमिया से हो गई, जिसके बाद बाकी बचे चीतों को वापस बाड़ों में भेज दिया गया. केवल एक चीता पवन खुले में घूम रहा था, वो भी हाल ही में मृत पाया गया. वन्य अधिकारियों द्वारा बताया गया किउसकी मौत डूबने के कारण हुई .