Bilawal Bhutto : पाकिस्तान आतंक का सरगना है और भारत में होने वाली आतंकी घटनाओं के पीछे उसका हाथ रहा है, ये आरोप लंबे समय से भारत लगाता रहा है और पाकिस्तान ने हर बार इसे नकारा है लेकिन अब पाकिस्तान सरकार के मंत्री और नेता खुद इस बात को खुले आम स्वीकार कर रहे है कि ये कोई सीक्रेट नहीं है.आतंकवाद को समर्थन देने का पाकिस्तान का लंबा इतिहास रहा है.
Bilawal Bhutto ने कहा कि आतंकवाद से हमे भी नुकसान हुए है ..
दरअसल पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने इक इंटरव्यू के दौरान ये स्वीकर किया था और अब पाकिस्तान के नेता बिलावल भुट्टो भी यही बात कही है.
समाचार एजेंसी स्काई न्यूज से बात करते हुए पाकिस्तान के पूर्व विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो ने कहा कि जहां तक रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के बयान का साल है, मुझे नहीं लगता कि ये कोई सीक्रेट है. पाकिस्तान का इतिहास रहा है और इससे पाकिस्तान को नुकसान भी हुआ है. हलांकि भुट्टो ने कहा कि उन्होने अपने नुकसान से सबक लिया है और अपने देश में कई सुधार भी किये हैं.
ये पाकिस्तान का दुर्भाग्य रहा है…..
बिलावल भुट्टो ने कहा कि जहां तक पाकिस्तान के इतिहास का सवाल है तो यह दुर्भाग्यपूर्ण रहा है. बिलावल भुट्टो पहलगाम के हलम के बाद भारत पाकिस्तान के बीच उपजे तनावपूर्ण हालात के बीच कई बार बयान दे चुके हैं. मीरपुर खास में भी एक रैली के दौरान भुट्टो ने कहा था कि पाकिस्तान एक शांतिप्रिय देश है और इस्लाम शांतिपूर्ण धर्म है. हम युद्ध नहीं चाहते लेकिन अगर कोई हमारे सिंधु पर हमला करेगा तो उन्हें भी युद्ध के लिए तैयार हो जाना चाहिए.
बिलावल भुट्टो से पहले पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने स्काई न्यूज को ही दिए इंटरव्यू में कहा था कि पाकिस्तान का आतंकवाद को सपोर्ट करने और टेरर फंडिंग करने का लंबा इतिहास रहा है. हम लोग 30 साल से अमेरिका के लिए इस गंदे काम को करते आ रहे हैं.
पाकिस्तानी रक्षा मंत्री भी कर चुके है स्वीकार
इसी इंटरव्यू में ख्वाजा आसिफ ने कहा था कि पाकिस्तान में लश्कर-ए-तैयबा खत्म हो चुका है. अतीत में उनके कुछ लिंक पाकिस्तान के साथ मिले हैं लेकिन अब ये आतंकी संगठन पाकिस्तान से खत्म हो चुका है.
दरअसल भारत हमेशा से ये कहता रहा है कि भारत मे होने वाले आंतकवाद में पकिस्तान का हाथ रहा है, और समय समय पर भारत ने हमेशा इसके सूबत भी दिया हैं. लेकिन हर बार पाकिस्तान भारत के हर सबूत को नकारता रहा है. अब पहलगाम घटना के बाद भारत के सख्त रुख के बाद पाकिस्तान के नेता विश्व मंच पर सहानुभूत बटोरने के लिए ही सही लेकिन खुद ये स्वीकर कर रहे हैं कि उनके देश ने हमेशा लश्कर ए तैयब्बा समेत अलग अलग आतंकी संगठनों की मदद की है.