रायपुर
धान का कटोरा कहे जाने वाले छत्तीसगढी मे अब होगी स्ट्रॉबेरी की भी खेती, 50 हजार से अधिक पौघों मे हुआ स्ट्रॉबेरी तैयार
देश भर में सबसे ज्यादा और अच्छी क्वालिटी के चावल के लिये मशहूर छत्तीसगढ राज्य अब जल्द ही देश में सबसे ज्यादा स्ट्राबेरी उत्पदन करने वाला राज्य बनने वाला है.अभी तक छत्तीसगढ में धान,मक्का बाजरा जैसे अनाज और मूंगफली जैसे तिलहन पदार्थों की पैदावार होती थी.धान के उत्पादन में छत्तीसगढ का देश में छठा स्थान है.
छत्तीगढ़ में लगभग 77 प्रतिशत भूमि पर धान की खेती की जाती है और यहां का चावल देश में ही नही विदेशों में भी एक्सपोर्ट किया जाता है . अब धान के कटोरे के रुप में पहचान रखने वाला छत्तीसगढ नई पहचान बनाने के तैयारी में है. यहां के किसान कैशक्रॉप की खेती के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं. यहां के किसानों ने स्ट्राबेरी उगाने का फैसला किया है.जसपुर में बड़ी संख्या में स्ट्रॉबेरी की खेती के लिए पौधारोपण किया गया, जिसमें अब फल लगने शुरु हो चुके हैं. स्ट्रॉबेरी के लगभग पचास हजार पौधों में फल आने आने शुरु हो गये हैं.उम्मीद की जा रही है कि इतने बड़े पैमाने पर स्ट्रॉबेरी उगाने के बाद देश भर में यहां से सप्लाई की जा सकेगी. इस क्षेत्र में लीची की भी अच्छी पैदावार होती हैं.
नई खेती के लिए किसानों को मिला सरकार का साथ
छत्तीसगढ के जसपुर में जयवायु स्ट्रॉबेरी उगाने के लिए अनूकूल है. इसे देखते हुए छत्तीसगढ़ की भूपेश बघेल सरकार ने इसी साल जशपुर के 6 गांवो में लगभग 25 हजार किसानों के बीच स्ट्रॉबेरी के पौधों का वितरण किया था.पिछले 4 साल से इस इलाके में प्रयोग के तौर पर स्ट्राबेरी के पौधे लगाये गये,जिसका बहुत अच्छा परिणाम सामने आया.इस देखते हुए इस साल बड़े पैमान पर किसानों को स्टॉबेरी के उत्पादन के लिए प्रोत्साहित किया गया. इसके लिए सरकार की तरफ से स्टॉबेरी उत्पादन करने वाले हर किसान को 2 हजार रुपये सहायता राशि के रुप में भी दिया गया था