भोपाल । मध्य प्रदेश सरकार ने मेधावी छात्रों को प्रोत्साहन की राशि देने के लिए दो बार एफडी तुड़वाकर 297 करोड रुपए, शिक्षा विभाग को दिए। शिक्षा विभाग ने यह राशि मेधावी छात्रों को लैपटॉप खरीदने के लिए बाँट दिए।
कर्मचारी चयन मंडल की बैंक में 500 करोड रुपए की एफडी जमा थी। मेधावी छात्रों को लैपटॉप की राशि बंटना थी। शिक्षा विभाग के पास बजट नहीं था। जिसके कारण मुख्यमंत्री के निर्देश पर कर्मचारी चयन मंडल की एफडी तोड़कर राशि बांटी गई है। कर्मचारी चयन मंडल के पास अब केवल 200 करोड रुपए की एफडी बची हैं।
मध्य प्रदेश विधानसभा में विधायक प्रताप ग्रेवाल ने इस संबंध में जानकारी मांगी थी। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की ओर से लिखित जवाब में जानकारी दी गई।लोक शिक्षण संचनालय को पहली बार 137 करोड़ तथा दूसरी बार में 160 करोड रुपए दिए गए। कर्मचारी चयन मंडल परीक्षाओं का खर्च परीक्षार्थियों से ली गई फीस से खर्च करता है। 2016 से लेकर अभी तक लगभग डेढ़ करोड़ अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी है।परीक्षा शुल्क के रूप में कर्मचारी चयन मंडल को आय होती है। अब परीक्षाएं भी कम हो रही हैं। जिसके कारण एफडी तोड़कर इस बार लैपटॉप छात्रों को बांटे गए हैं।
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