Mahakumbh Stampede Probe: महाकुंभ भगदड़ की जांच के लिए उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा गठित तीन सदस्यीय न्यायिक आयोग की टीम शुक्रवार को प्रयागराज पहुंची. इस पैनल की अध्यक्षता इलाहाबाद उच्च न्यायालय के सेवानिवृत्त न्यायाधीश हर्ष कुमार कर रहे हैं. इसमें पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) वी के गुप्ता और सेवानिवृत्त आईएएस अधिकारी डी के सिंह शामिल हैं.
टीम ने अधिकारियों के साथ बैठक की, संगम पर घटनास्थल का मुआयना किया और प्रयागराज के स्वरूप रानी अस्पताल भी पहुंची.
न्यायिक आयोग की टीम के सवालों के जवाब नहीं दे पाए अधिकारी
प्रयागराज पहुंचने के बाद न्यायिक आयोग की टीम ने सबसे पहले अधिकारियों के साथ बैठक की. आयोग के तीन सदस्यों ने कमिश्नर प्रयागराज जोन विजय विश्वास पंत, मेला अधिकारी विजय किरन आनंद, एडीजी प्रयागराज जोन भानु भास्कर के साथ ही डीआईजी वैभव कृष्ण और दूसरे पुलिस अधिकारियों के साथ घटना से जुड़ी पूछताछ की.
दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक पैनल ने मेला प्राधिकरण के अधिकारियों से सवाल किया कि जब आपको पता था इतनी बड़ी संख्या में लोग स्नान के लिए पहुंचेंगे तो आपने सुरक्षा के क्या इंतजाम किए थे? आपकी प्लानिंग क्या थी उसका विवरण दीजिए.
इसके साथ ही पैनल ने पूछा कि भगदड़ की घटना संगम क्षेत्र के अलावा और कहां-कहां हुई थी?
पैनल ने मीडिया में वायरल वीडियोज का हवाला देते हुए पूछा की इनकी हकीकत क्या है? पैनल ने जानना चाहा कि क्या झूंसी में भी कोई भगदड़ की घटना हुई थी? आयोग ने मेला अधिकारियों से उस दिन की सभी सीसीटीवी फुटेज दिखाने को कहा.
मीडिया के सूत्रों के मुताबिक पैनल के सवालों का अधिकारी सही-सही जवाब नहीं दे पाए. अधिकारी सीधे जवाब देने की वजाए अपने कामों की वाहवाही में लगे थे. जिससे नाराज आयोग ने पूछा कि अगर सारी व्यवस्था ठीक थी तो भगदड़ मची कैसे?
Mahakumbh Stampede Probe: न्यायिक पैनल ने संगम में घटना स्थल का दौरा किया
वहीं लाइव हिंदुस्तान ने खबर की है कि महाकुंभ में भगदड़ की जांच के लिए प्रयागराज पहुंचे न्यायिक आयोग की टीम ने संगम पर घटनास्थल का दौरा किया. डीआईजी वैभव कृष्ण ने टीम को घटनास्थल दिखाया और उस दिन की घटना का ब्रीफ किया.
महाकुंभ में भगदड़ पर योगी सरकार हर बात छिपा रही-अखिलेश यादव
इस बीच समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने महाकुंभ में भगदड़ को लेकर योगी सरकार पर हमला जारी कथा है. शुक्रवार को अखिलेश ने बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि, भगदड़ को लेकर सरकार हर बात छिपा रही है. उन्होंने कहा कि जिन लोगों की जान गई है सरकार उनकी संख्या छिपा रही है.
मौनी अमावस्या पर मची भगदड़ की जांच के लिए बना पैनल
3 सदस्य न्यायिक पैनल का गठन बुधवार की सुबह संगम नोज पर हुई भगदड़ की जांच के लिए किया गया है. पैनल मौनी अमावस्या के दिन हुई भगदड़ में मारे गए 30 श्रद्धालु की मौत की वजहों की जांच करेगा.
आयोग के प्रमुख कुमार ने गुरुवार को बताया कि आयोग के पास अपनी जांच पूरी करने के लिए एक महीने का समय है, लेकिन वह इसमें तेजी लाने की कोशिश करेगा.
पुलिस के अनुसार, भगदड़ तब मची, जब भीड़ ने बैरिकेड्स को लांघ दिया और दूसरी तरफ अपनी बारी का इंतजार कर रहे लोगों को कुचल दिया.