Sunita Williams : इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS ) को लेकर एक बड़ी औऱ परेशान करने वाली खबर सामने आई है. इस खबर से NASA भी परेशान है. दरअसल खबर है कि इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन यानी आईएसएस में हुआ लिकेज अब बढ़ गया है और जहां केवल एक जगह से लीकेज हो रही थी वहीं अब कम से कम 50 जगहों से लीकेज की समस्या आ गई है. इसके अलावा स्पेश स्टेशन की दीवारों पर दरारें भी आ रही हैं. नासा (NASA) से एक लीक रिपोर्ट के आधार पर ये दावा किया जा रहा है कि आईएसएस यानी इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं. यहां सुनीता विलियम्स समेत उन सात अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की जान भी खतरे में है जो इस समय इस स्पेस स्टेशन पर मौजूद हैं. हाल ही में सुनीता विलियम्स ने अपनी सेहत को लेकर एक अंतरिक्ष स्टेशन से एक तस्वरी भेजी थी जिसमें उन्होने बताया था कि वो ठीक हैं. उनकी सेहत भी ठीक है.
Stranded NASA astronaut Sunita Williams speaks out about concerns over her weight loss in space https://t.co/RImRpGJ1Fn pic.twitter.com/IswxXBM1o3
— New York Post (@nypost) November 12, 2024
Sunita Williams के साथ 7 और अंतरिक्ष यात्री की जान खतरे में
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन को लेकर रुस ने दावा किया है कि यहां माइक्रो वाइब्रेशन भी हो रहा है. नासा ने भी कहा है कि स्पेश स्टेशन से बड़ी मात्रा में हवा बाहर निकल रही है ,जो इसके अस्तित्व के लिए खतरे की घंटी है. बताया जा रहा है कि इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से पिछले 5 साल से हवा का रिसाव हो रहा है और इसे ठीक करने की कोशिश भी की जा रही है. जानकारी के मुताबिक रिसाव की शुरुआत स्पेस स्टेशन में मौजूद यवेज्दा मॉड्यूल से हुई , जो डॉकिंग पोर्ट तक जाने के लिए स्पेश स्टेशन का एक सुरंग है.
लीकेज रोकने का ऑपरेशन हो सकता है खतरनाक – राबर्ट डी कैबाना
नासा के पूर्व एसोसिएट एडमिनिस्ट्रेटर ओर पूर्व अंतरिक्ष यात्री राबर्ट डी कैबाना का कहना है कि लीकेज को रोकने के लिए कुछ समय तक ऑपरेशन चलाया जा सकता है,इससे तत्काल राहत मिल भी सकती है, लेकिन ये स्थाई समाधान नहीं है.
आपको बता दें कि इस समय भारतीय मूल की अमेरिकी नागरिक सुनीता बिलियम्स समेत सात अंतरिक्ष वैज्ञानिक है, जो इंटरनेशलन स्पेश स्टेशन में मौजूद हैं. सुनीता विलियम्स अपने साथी अंतरिक्ष यात्री बुच बिल्मोर के साथ 5 जून 2024 को स्टारलाइन अंतरिक्ष यान से इंटरनेशलन स्पेश स्टेशन पहुंचे थे. स्टारलाइन में गड़बड़ी आ जाने के कारण उनका 8 दिन का मिशन 8 महीने का हो गया.
इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से लगातार हवा का रिसाव हो रहा है, प्रतिदिन 1.7 किलो की दर सा हवा निकल रही है.ऐसे में इस खतरे को टालने के लिए नासा ने कुछ कदम उठाए हैं. नासा ने अंतरिक्ष यात्रियों को अतिरिक्त सावधानी रखने की सलाह दी है.