करीब एक सप्ताह पहले ही नासा के वैज्ञानिकों ने आगाह का था कि एक रोकेट टूट कर धरती की और आ रहा है. ये दुनिया के किसी भी हिस्से मे गिर सकता है. अगर ये रॉकेट रिहायसी इलाके में गिरता तो जान माल का बड़ा नुकसान हो सकता था. ये राकेट चीन का था जो अंतरिक्ष में अनियंत्रित हो गया था और तेजी से धरती की और आ रहा था. नासा की दा गई जानकारी सही साबित हुई और चीन का ये राकेट मलेशिया के पास हिंद महासागर में जाकर गिरा. जिस समय ये राकेट धरती के वायुमंडल में पहुंचा वहां एक जेत रौशनी दिखाई दी. समुद्र मे गिरने से पहले इस राकेट से आतिशबाजी हुई. तीन साल में ये तीसरा मौका है जब चीन का राकेट अंतरीक्ष में जाता तो नियंत्रित तरीके से है लेकिन वापसी के समय चीन का नियंत्रण इस पर से छूट जाता है और तबाही की आशंका बढ जाती है.इस बार बी यही हुआ. 2021 में बी चीन का एक रॉकेट मालदीव के पास समुद्र में गिरा था. 2020 में चायन का रॉकेट अफ्रीका के पश्चिमी हिस्से और अटलांटिक महासागर में गिरा था.आज ज्यादातर देश रियूजेबल रॉकेट्स बना रहे हैं. लेकिन चीन जैसा ताकतवर देश अपने अधकचरे प्रयोग से पूरी दुनिया के लिए खतरा पैदा कर रहा है. जो राकेट अंतरिक्ष से अनियंत्रित होकर गिरा वो चीन का सबसे मुख्य लॉन्ग मार्च रॉकेट (Long March 5B Rocket) है.
नासा के मुताबिक चीन ने अपने इस राकेट के बारे में ये जानकारी उपलब्द नहीं कराई थी कि ये रॉकेट दुनिया के किस हिस्से मे गिरेगा.
चीन के इस गैरजिम्मेदाराना रवैये की चर्चा पुरी दुना मे है. नासा के एडमिनिस्ट्रेटर बिल नेल्शन के मुताबिक अंतरिक्ष से जुड़े प्रयोग और गतिविधि करने वाले देशों के पहले से स्थापित नियमों का अनुशरण करन चाहिये और अपन जानकारी साझा भी करनी चाहिये.जाहिर है .