Tejashwi Yadav Hooch Tragedy : बिहार में जहरीली शराब से मरने वालों की संख्या सरकारी रिकार्ड में 40 के पार पहुंच गई है, वहीं 50 से ज्यादा लोग अलग अलग अस्पतालों में भर्ती हैं. कई लोगों के आंखों की रौशनी तक जा चुकी है.इस भयावह कांड के बाद विपक्ष ने सीएम नीतीश कुमार को इस पूरे मामले के लिए जिम्मेदार ठहराया है.
Tejashwi Yadav Hooch Tragedy : तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर बोला हमला
गोपालगंज, छपरा और सीवान में जहरीली शराब से मरने वालों को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सीएम नीतीश कुमार पर बड़ा हमला बोला है.तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया एक्स पर एक सीएम नीतीश कुमार की एक तस्वीर शेयर करते हुए उनसे 12 सवालों पूछे हैं.
जहरीली शराब से 100 से अधिक हत्या होने के बाद भी पटना के बीचों-बीच ठहाके लगाकर हंसते मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री!
संवेदना तक व्यक्त नहीं करने वाले तीसरे नंबर की पार्टी के मुख्यमंत्री का इतनी मौतों पर हँसना और हँसाना बिहारियों एवं लोकतंत्र को चिढ़ाना है।
इतनी बड़ी घटना होने के… pic.twitter.com/fECn87D6aO
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) October 18, 2024
तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर लिखा लंबा चौड़ा पोस्ट
तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट लिखा है, जिसमें लिखा है –
“जहरीली शराब से 100 से अधिक हत्या होने के बाद भी पटना के बीचों-बीच ठहाके लगाकर हंसते मुख्यमंत्री और कैबिनेट मंत्री!
संवेदना तक व्यक्त नहीं करने वाले तीसरे नंबर की पार्टी के मुख्यमंत्री का इतनी मौतों पर हँसना और हँसाना बिहारियों एवं लोकतंत्र को चिढ़ाना है।
इतनी बड़ी घटना होने के बावजूद CM का ना मीडिया से संवाद, ना जनता से संवाद, ना पीड़ितों से संवाद!”
दरअसल नीतीश कुमार आज पटना रेलवे स्टेशन के पास बन रहे अंडरग्राउंड सबवे और मल्टीलेवल पार्किंग का निरीक्षण करने पहुंचे थे. निरीक्षण के दौरान सीएम के साथ उनके मंत्री विजय चौधरी और नितिन नवीन भी मौजूद थे. निरीक्षण के दौरान ली गई एक फोटो को तेजस्वी यादव ने अपने एक्स पर एक्स पर शेयर किया है और नीतीश पर हमला बोला है.
तेजस्वी यादव ने इससे पहले भी छपरा, सीवान में हुए जहरीली शराब कांड को लेकर सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोला था.तेजस्वी यादव ने एक्स पर लिखा कि शराबबंदी नीतीश कुमार के संस्थागत भ्रष्टाचार का बस एक छोटा सा नमूना है. अगर राज्य में शराबबंदी हुई है, तो इसोक पूरी तरह से लागू करना सरकार का दायित्व था लेकिन मुख्यमंत्री की नीतिगत और वैचारिक अस्पष्टता, कमजोर इच्छाशक्ति और जनप्रतिनिधियों की जगह पर अपने चुनिंदा अधिकारियों पर विश्वनीयता के काऱण प्रदेश में शराबबंदी सुपरफ्लॉप है. बिहार में सत्ताधारी नेताओं, पुलिस और शराब माफिया के गठजोड़ के कारण 𝟑𝟎 हज़ार करोड़ से ज्यादा का अवैध शराब फल-फूल रहा है.
तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से 12 सवाल पूछे हैं.
𝟏. अगर प्रतिवर्ष इतनी बड़ी मात्रा में शराब बरामद हो रही तो उसके दोषी कौन?
𝟐. सरकारी गुलाबी फ़ाइलों के अनुसार अवैध शराब से मरने वालों की संख्या 𝟑𝟎𝟎 से अधिक है लेकिन हक़ीक़त इससे विपरीत है, अब तक हजारों लोगों की अवैध शराब के कारण मौत नहीं बल्कि हत्या हुई है. इनका हत्यारा कौन और दोषी कौन? दोषियों पर क्या कारवाई हुई?
𝟑. क्या अब तक आज तक किसी बड़े पुलिस अधिकारी/पुलिस अधीक्षक पर कभी कोई कारवाई हुई?
𝟒. अगर पटना में शराब मिलती है तो उसका मतलब है 𝟓-𝟔 जिला पार कर यहाँ तक शराब पहुँची है, तो फिर यह उन सभी 𝟓-𝟔 जिलों की पुलिस की नाकामी है या नहीं?
𝟓. जानकारों के मुताबिक़ शराब माफिया मुख्यमंत्री से रिटायर्ड अधिकारी के मार्फ़त सीमावर्ती जिलों के पुलिस अधीक्षकों के पदस्थापन में खुली बोली के अंतर्गत पोस्टिंग करवाता है अर्थात् किस जिला में कौन अधिकारी जाएगा इसका चयन भी शराब माफिया ही करता है। क्या यह आरोप सही नहीं है?
𝟔. क्या यह सही नहीं है कि बिहार में शराबबंदी के बाद से अगस्त 𝟐𝟎𝟐𝟒 तक मद्यनिषेध विभाग की ओर से निषेध कानूनों के उल्लंघन से संबंधित कुल 𝟖.𝟒𝟑 लाख मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें कुल 𝟏𝟐.𝟕 लाख लोगों को अब तक गिरफ्तार किया गया है।
𝟕. मुख्यमंत्री बतायें कि गिरफ़्तार लोगों में अधिकांश गरीब व वंचित वर्गों से ही क्यों है?
𝟖. अब तक 𝐃𝐒𝐏 अथवा उससे ऊपर के स्तर के कितने अधिकारियों को सजा मिली? कितने बर्खास्त हुए?
𝟗. प्रतिदिन पुलिस और उत्पाद विभाग की ओर से करीब 𝟔𝟔𝟎𝟎 छापेमारी होती है उसके बावजूद भी शराब की अवैध तस्करी जारी है तो इसका दोषी कौन?
𝟏𝟎. क्या गृहमंत्री सह मुख्यमंत्री इसकी ज़िम्मेवारी लेंगे?
𝟏𝟏. क्या यह संयोग है अथवा प्रयोग कि शराबबंदी में अधिकांश जदयू के नेता/कार्यकर्ता पकड़ाए जा रहे है?
𝟏𝟐. मुख्यमंत्री बतायें कि बिहार के हर चौक-चौराहों पर शराब के ठेके किसने खुलवाये?

