Lebanon blast UpDate :मिडिल इस्ट देश लेबनान में हुए सीरियल पेजर ब्लास्ट और वॉकी- टॉकी ब्लास्ट मामले में दो नाम तेजी से सामने आ रहे हैं. पहला नाम 49 वर्षीय महिला क्रिस्टियाना बार्सोनी-आर्किडियाकोनो का है जो हंगेरियन-इतालवी बिजनस वुमन हैं. वहीं दूसरा नाम रिनसन जोस नाम के नागिरक का आ रहा है जो नॉर्वे का रहने वाला है. इसका संबंध भारत के केरल राज्य के वाडनाड से बताया जा रहा है.
Lebanon blast UpDate : कौन है क्रिस्टियाना बार्सोनी-आर्किडियाकोनो ?
क्रिस्टियाना इस समय अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियों में है. हंगरी की एक टेक कंपनी बीएसी कंसल्टिंग की सीईओ (CEO, BAC Consulting) क्रिस्टियाना के बारे में बताया जा रहा है कि उनकी कंपनी को ताइवान की गोल्ड अपोलो कंपनी से पेजर्स डिजाइन बनाने का लाइसेंस मिला था. ये वही पेजर्स हैं जो लेबनान में लोगों के हाथों में और पॉकेट्स में फटे थे और भारी तबाही में 12 लोगों की जान चली गई, करीब 3 हजार लोग घायल हैं.
एनबीसी न्यूज ने की क्रिस्टियाना से बात
अंतर्राष्ट्रीय न्यूज सर्विस एनबीसी ने BAC CEO क्रिस्टियाना से बात की जिसमें उन्होने पेजर निर्माण में सीधी भागीदारी से सीधा इंकार कर दिया है. उन्होंने कहा कि पेजर बनाने मे उनकी भूमिका को गलत तरीके से बताया जा रहा है. जबकि इस मामले को करीब से देख रही सुरक्षा एजेंसियां ताइवानी गोल्ड अपोलो कंपनी से क्रिस्टियाना को मिली लाईसेंस पर सवाल उठा रहे हैं. मामला सामने आने के बाद से क्रिस्टियाना लोगों की नजरों से दूर है.
भौतिकी में पीएचडी है क्रिस्टियाना बार्सोनी-आर्किडियाकोनो
लेबनान हमले में नाम आने के बाद लोग लगातार जानने की कोशिश कर रहे हैं कि आखिर एक हंगेरियन महिला का हमले से क्या संबंध हो सकता है.क्रिस्टियाना के बारे में मौजूद जानकारी के मुताबिक वो इटली के सिसिली के पास शहर कैटेनिया में पली-बढ़ी हैं.उसने यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन से पार्टिकल फिजिक्स में पीएचडी की है.इसके आलावा वो अंतर्राष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी (आईएईए) में भी ट्रेनिंग कर चुकी हैं.वो वह 7 भाषाएं बोलती है और अब तक कई देशों में नौकरियां कर चुकी हैं. पेजर ब्लास्ट के बाद क्रिस्टियाना की मां ने बताया कि उनकी बेटी को धमकियां मिल रही थी, जिसके कारण वो फिलहाल सीक्रेट सर्विसीज की सुरक्षा में है.इस जानकारी के बाद क्रिस्टियाना को लेकर रहस्य और भी गहरा गया है.
ब्लास्ट में एक भारतीय मूल के नागरिक का भी नाम
पेजर वॉकी-टॉकी ब्लास्ट मामले में एक व्यक्ति का नाम संदिग्ध के तौर पर सामने आ रहा है. अंतरष्ट्रीय मीडिया के मुताबिक इस व्यक्ति का नाम रिनसन जोश है जो फिलाहल नॉर्वो का नागिरक हैं, ये व्यक्ति मूल रुप से भारत के केरल राज्य के वायनाड से नाता रखता है .37 साल के रिनसन पर आरोप लग रहे हैं कि उनकी कंपनी ने उग्रवादी समूह को पेजर की आपूर्ति में शामिल थी.
क्यों लग रहे हैं इन पर हमले में शामिल होने के आरोप ?
लेबनान के बेरुत समेत कई और शहरों में हुए सिलसिलेवार ब्लास्ट के मामले में चल रही जांच से ये बात निकल कर आ रहा है कि कथित तौर पर मोसाद ने तीन ग्राम विस्फोटक छिपाने के लिए पेजर्स को मॉडिफाइड कराया था, जिसका निर्माण ताइवानी कंपनी गोल्ड अपोलो ने किया था और इस पेजर की डिजायनिंग क्रिस्टियाना की कंपनी ने की थी. ताइवानी कंपनी ने अपना नाम आने के बाद कहा कि हमले में प्रयुक्त पेजर मॉडल AR-924, हंगरी के BAC कंसल्टिंग KFT के द्वारा बनाया और बेचा गया था. जिसे कंपनी के ट्रेडमार्क का प्रयोग की अनुमति दी गई थी.