Dehradun gangrape: फिर एक बार देवभूमि उत्तराखंड शर्मसार हुई है. समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, पुलिस ने रविवार को देहरादून के अंतरराज्यीय बस टर्मिनल पर एक सरकारी बस में एक किशोरी के साथ सामूहिक बलात्कार करने के आरोप में पांच लोगों को गिरफ्तार किया.
देहरादून के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि देहरादून आईएसबीटी पर काम करने वाले दो अन्य ड्राइवरों और एक कैशियर को भी गिरफ्तार किया गया है.
Dehradun gangrape: 12 अगस्त को बच्ची के साथ हुआ गैंग रेप
शनिवार को पुलिस को सामूहिक बलात्कार की जानकारी मिली. उसके मुताबिक घटना 12 अगस्त को हुई है.
पुलिस ने बताया कि देहरादून बाल कल्याण समिति (सीडब्ल्यूसी) को 12 अगस्त को देहरादून आईएसबीटी में एक बेंच पर देर रात अकेली बैठी एक किशोरी के बारे में सूचना मिली थी. पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार, उसे सरकारी बालिका गृह बाल निकेतन ले जाया गया, जहां काउंसलिंग के दौरान उसने अधिकारियों को कथित बलात्कार के बारे में बताया.
इसके बाद पटेल नगर थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 70 (2) और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पोक्सो) अधिनियम के तहत शनिवार को सीडब्ल्यूसी सदस्य द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई.
सीसीटीवी कैमरों की जांच करने पर आरोपियों का पता चला
इसके बाद पुलिस हरकत में आई और सीसीटीवी कैमरों की जांच कर बस की पहचान की और पांचों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. आरोपियों की पहचान उत्तराखंड के हरिद्वार के बुग्गावाला निवासी धर्मेंद्र कुमार (32) और राजपाल (57), हरिद्वार के भगवानपुर निवासी देवेंद्र (52), देहरादून निवासी राजेश कुमार सोनकर (38) और उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद जिले के नवाबगंज निवासी रवि कुमार (34) के रूप में हुई है.
पुलिस पीटीआई ने बताया कि धमेंद्र कुमार घटना में इस्तेमाल की गई बस का ड्राइवर है और देवेंद्र कंडक्टर है, रवि कुमार और राजपाल अन्य बसों के ड्राइवर हैं, जबकि सोनकर बस स्टैंड पर उत्तराखंड रोडवेज का कैशियर है.
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की रहने वाली है लड़की
लड़की ने शुरू में पुलिस को बताया कि वह पंजाब की रहने वाली है और अनाथ है, लेकिन बाद में पूछताछ करने पर उसने अपने परिवार के बारे में जानकारी दी. उसने यह भी बताया कि वह उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद की निवासी है और वह पहले दिल्ली गई और फिर बस से देहरादून पहुंची, जहां उसके साथ कथित तौर पर बलात्कार किया गया.
आरोपियों ने पुलिस को क्या बताया
पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने बताया कि आरोपियों में से एक देवेंद्र ने पुलिस को बताया कि उसने लड़की को दिल्ली के कश्मीरी गेट आईएसबीटी पर देखा था.
उसने उससे पंजाब पहुंचने के बारे में जानकारी मांगी, जिसके बाद देवेंद्र ने सुझाव दिया कि वह देहरादून के लिए बस ले और फिर पंजाब की ओर जाने वाली दूसरी बस ले.
हालांकि, जब बस देहरादून पहुंची और सभी यात्री उतर गए, तो देवेंद्र और ड्राइवर धर्मेंद्र ने कथित तौर पर उसके साथ बलात्कार किया. उसने पुलिस को बताया कि पास में खड़ी बसों के दो अन्य ड्राइवरों- रवि और राजपाल को भी इस बारे में पता चल गया. वे भी बस के अंदर गए और कथित तौर पर किशोरी के साथ बलात्कार किया.
इसके बाद देवेंद्र ने पैसे जमा करते समय कैशियर को घटना के बारे में बताया, जिसके बाद उसने भी बस में लड़की के साथ कथित तौर पर बलात्कार किया.