Md Yunus called PM Modi: भारत के 78वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर दुनिया भर के कई देशों से प्रधानमंत्री मोदी को शुभकामना संदेश मिले. इनमें से एक देश बंग्लादेश भी है. बंग्लादेश के अंतरिम सरकार के मुख्या मो. यूनुस ने प्रधानमंत्री मोदी को स्वतंत्रता दिवस पर शुभकामनाएं देने के लिए फोन किया. प्रधानमंत्री मोदी ने खुद ट्वीट करके ये जनकारी साझा की है.
Received a telephone call from Professor Muhammad Yunus, @ChiefAdviserGoB. Exchanged views on the prevailing situation. Reiterated India’s support for a democratic, stable, peaceful and progressive Bangladesh. He assured protection, safety and security of Hindus and all…
— Narendra Modi (@narendramodi) August 16, 2024
Md Yunus called PM Modi : पीएम मोदी ने वहां शांति-स्थिरता के लिए भारत के सहयोग की बात दोहराई
पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा “प्रोफेसर मुहम्मद यूनुस, @ChiefAdviserGoB से फोन पर बात की. मौजूदा स्थिति पर विचारों का आदान-प्रदान किया. लोकतांत्रिक, स्थिर, शांतिपूर्ण और प्रगतिशील बांग्लादेश के लिए भारत के समर्थन को दोहराया. उन्होंने बांग्लादेश में हिंदुओं और सभी अल्पसंख्यकों की सुरक्षा, संरक्षा और संरक्षा का आश्वासन दिया.”
पीएम मोदी ने अपने ट्वीट में बातचीत के बारे मे विस्तार से लिखा. पीएम मोदी ने इस बातचीत के दौरान बांग्लादेश की मौजूदा हालत पर चर्चा की. पीएम मोदी ने बांग्लादेश में लोकतंत्र की स्थिरता, शांति और प्रगतिशीलता में भारत का समर्थन रहने की बात को दोहराया. इस दौरान बंग्लादेश के अंतरिम सरकार के मुखिया मो. यूनुस ने प्रधानमंत्री मोदी को उनके देश में रह रहे हिंदुओं के साथ-साथ अल्पसंख्यक वर्ग के सभी लोगों की सुरक्षा का आश्वासन दिया.
पीएम मोदी ने अपने ट्टीव में लिखा कि “उन्होंने बांग्लादेश के मुख्य सलाहकार से बात कर सभी अल्पसंख्यकों के हितों की सुरक्षा पर जोर दिया. उन्होंने यह भी कहा कि भारत हमेशा बांग्लादेश के साथ अपने मजबूत संबंधों को और बेहतर करने के लिए तत्पर है”
आपको बता दें कि बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार के तख्ता पलट और फिर देश से निष्कासन के बाद 8 अगस्त को वहां नोबल पुरस्कार विजेता मोम्मद यूनुस को अंतरिम सरकार का मुखिया बनाा गया. भारत की तऱफ से प्रधानमंत्री मोदी ने वहां बनी नई सरकार अंतरिम सरकार के मुखिया कार्यभार संभालने के बाद शुभकामनाएं दी थी और नये मुखिया से आह्वाण किया था कि बांग्लादेश में रह रहे हिंदुओं और अल्पसंख्यकों समुदायों के लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करें.