स्पेन के एक वीकली अखबार में छपी खबर ने आज भारत और सोशल मीडिया पर बवाल मचा दिया है.स्पेन के वीकली अखबार में LA Vanguardia ने भारत की बढ़ती अर्थ व्यवस्था को दिखाने के लिए एक कार्टून का इस्तेमाल किया है.कार्टून में दिखाया गया है कि एक सपेरा बीन बजा रहा है.सपेरे के बीन पर नाचते सांप से भारत की बढ़ती इकोनॉमी के ग्राफ को दर्शाया गया है.
स्पेनिश विकली न्यूजपेपर LA Vanguardia ने अपने फ्रंट पेज पर ये आर्टिकल छापा है जिसमें भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था को सपेरे के बीन पर नाचते सांप से दर्शाया है.दूसरे शब्दों में इस स्पेनिश अखबार ने भारत पर एक तरीके से व्यंग्य किया है. अब इस कार्टून पर भारत और सोशल मीडिया में जबर्दस्त प्रतिक्रिया देखने को मिल रही है .
कर्नाटक से बीजेपी सांसद पी सी मोहन ने ट्टीटर पर लिखा है
"The hour of the Indian economy" is the top story of a #Spanish weekly.
While #India's strong economy gets global recognition, portraying our image as snake charmers even after decades of independence is sheer stupidity.
Decolonising the foreign mindset is a complex endeavour. pic.twitter.com/pdXvF7n4N7
— P C Mohan (@PCMohanMP) October 13, 2022
“भारत की अर्थव्यवस्था स्पोनिश साप्ताहिक अखबार की प्रमुख खबर बनी.जब भारत को पूरी दुनिया में मजबूत अर्थव्यवस्था के लिए पहचाना जा रहा है तब उस देश को आजादी के दशकों बाद एक संपेरे के देश में दर्शाया जाना निहायत मूर्खतापूर्ण है. “
वहीं Zerodha के सीइओ नीतीन कामत ने भी स्पेनिश अखबार की खिंचाई करते हुए कहा कि ये अच्छी बात है कि भारत की अर्थ व्यवस्था पर दुनिया ध्यान दे रही है.लेकिन एक सपेरे के कार्टून के जरिये इसे दर्शाना बेइज्जती करना है.
"The hour of the Indian economy," says La Vanguardia, a leading Spanish daily.
Quite cool that the world is taking notice, but the cultural caricaturing, a snake charmer to represent India, is an insult.
Wonder what it takes for this to stop; maybe global Indian products? pic.twitter.com/YY3ribZIaq— Nithin Kamath (@Nithin0dha) October 13, 2022
मशहूर लेखर रजत सेठी ने लिखा है कि जहां पूरी दुनिया भारतीय अर्थव्यवस्था के कौशल पर ध्यान दे रही है वहीं इनका भारतीय संपरों का चित्रण भेदभाव पूर्ण है.
कई सोशल मीडिया यूजर ने तो यहां तक लिख दिया कि ये लोग कितने बेशर्म है, चाहे ये लोग जो भी दिखाने की कोशिश कर लें, इनके व्यंग्य के बावजूद भारत आगे बढता रहेगा.
एक यूजर ने लिखा ऐसी टिप्पणियों से कोई फर्क नहीं पड़ता है. भारत आगे बढ़ता ही रहेगा.
अर्थशास्त्र के क्षेत्र में काम कर रहे अशोक श्रीधरन नाम के यूजर ने लिखा हम इन जैसों की बातो पर ध्यान ही क्यों देते हैं.हमारी अर्थव्सवस्था इनसे बहुत बड़ी है ,जबकि ये तो हमारी शुरुआत मात्र है.
एक यूजर ने लिखा ‘स्पेन के चुभ रही है हमारी इकोनॉमी’
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ आई हुई है. लोग नाराज हैं और बता रहे हैं कि ये वो लोग हैं जो भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था से घबरा रहे हैं.
गौरतलब बात ये है कि दुनिया जहां तकनीक के क्षेत्र में तरक्की कर रही है. सेकेंड्स में पूरी दुनिया की खबर एक कोने से दूसरे कोने कर पहुंच जाती है,वहीं स्पेन जैसे पश्चिमी देश अभी तक 100 साल पुरानी मानसिकता के साथ चल रहे हैं. इन्हें दुनिया के बारे में उतना ही पता है जितना उनके पूर्वजों ने उन्हें 100 साल पहले बताया होगा.