नई दिल्ली : पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में जारी हिंसा के बीच आज Pakistan Election 2024 नेशनल एसेंबली के लिए मतदान होगा. पूरे पाकिस्तान में सुरक्षा के लिए 6 लाख 50 हजार से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये हैं. चुनाव में पाकिस्तान के करीब 12 करोड़ 85 लाख मतदाता हिस्सा लेंगे.
The Election Commission of Pakistan (ECP) has commenced the delivery of 260 million ballot papers across 859 National Assembly and provincial assembly constituencies nationwide as the general election nears, stated a spokesperson for the oversight body on Sunday. @ECP_Pakistan… pic.twitter.com/u2rXZzqxGK
— Daily Information Times (@InformtionTms) February 5, 2024
Pakistan Election 2024 के लिए सुबह 8 बजे शुरु होगी वोटिंग
8 फरवरी को होने वाले चुनाव के लिए पाकिस्तान की सभी बड़ी पार्टियां जोर आजमाइश में लगी है. इमरान खान जहां जेल से चुनाव लड़ रहे है , वहीं कहा जा रहा है कि नवाज शरीफ को सेना का भरपूर समर्थन मिल रहा है. यही कारण है कि नवाज शरीफ का पलड़ा भारी नजर रहा है. मतदान से पहले ही जानकार बता रहे हैं कि इस चुनाव में नवाज शरीफ का पलडा भारी है. वहीं पूर्व प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो के बेटे बिलावल भुट्टो भी दमखम के साथ चुनाव मैदान डटे हुए हैं. माना जा रह है कि इमराजन खान के जेल मे होने के कारण सत्ता के लिए टक्कर में नवाजा शरीफ का पार्टी पाकिस्तिन मुस्लिम लीग (N) और बिलावल भुट्टो की पार्टी पीपीपी (पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी ) के बीच ही है.
मतदान में सुरक्षा के लिए लगाये गये 6 लाख 50 हजार जवान
आज होने जा रहे मतदान से पहले पाकिस्तान के बलूचिस्तान में आतंकियों ने चुनाव कार्यालयों को टारगेट किया और दो बम ब्लास्ट हुए, जिसमें 25 लोगों के मारे जाने और 50 से ज्यादा लोगों के घायल होने की खबर है. वहीं देश में लगातार लोगों को टेलिविजन और रेडियो के द्वारा ये बताया जा रहा है कि सुरक्षा के लिए साढे 6 लाख से ज्यादा सुरक्षाकर्मी तैनात किये गये हैं.
पाकिस्तान नेशनल एसेंबली की 336 सीटों के लिए पड़ेंगे वोट
आज यानी 8 फरवरी को पाकिस्तान नेशनल एसेंबली के 336 सीटों के लिए होने वाले चुनाव में 5,121 उम्मीदवार अपनी किस्मत जमा रहे हैं. उम्मीदवारो में 4,807 पुरुष और 312 महिला उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं. दो ट्रांस जेंडर भी अपनी किस्मत पर दांव लगा रहे हैं.
पाकिस्तान चुनाव में भारत भी है मुद्दा
पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान ने हमेशा भारत की ओर एक दुश्मन की तरह ही देखा है, लेकिन इस चुनाव में मामला थोड़ा अलग है. इस चुनाव में नवाज शरीफ और उनकी पार्टी की तरफ से बार बार ये जताया और बताया जा रहा है कि उनके समय में ही अटल बिहारी वाजपेयी आगरा में मुलाकात हुई थी. भारत के प्रति इस रुख की एक वजह ये माना जा रहा है कि हाल के वर्षों में विपरीत परिस्थितियों में भी विश्वस्तर पर भारत की तरक्की का डंका पूरी दुनिया में बज रहा है. ऐसे में पाकिस्तान के आने वाले हुक्मरान भारत के साथ अच्छा संबंध चाहते है ताकि पाकिस्तान के बिगड़े आर्थिक हालात को सुधरने में मदद मिले.
नवाज शरीफ के घोषणापत्र में भारत से ‘शांति का संदेश’
भारत से अपनी नजदीकी बताने और भारत की तरक्की से प्रभावित पाकिस्तान की युवा पीढी को लुभाने के लिए नवाज शरीफ की पार्टी PML (N) अपने घोषणा पत्र में भारत के लिए ‘ शांति का संदेश’ देने की बात कही है , हालांकि ये भी कहा है कि ऐसा वो करेंगे लेकिन भारत को कश्मीर का विशेष दर्जा उसे वापस लौटाना होगा.