छत्तीसगढ़, दंतवाड़ा : समय के साथ-साथ नक्सलियों Naxalites ने खुद को अपग्रेड करते हुए अलग-अलग तरीकों से सुरक्षा बलों को निशाना बनाया है. यही कारण है कि तमाम प्रयासों के बावजूद आज भी घने जंगलों में नक्सली मौजूद हैं और बार-बार हमले कर अपनी मौजूदगी लोगों के बीच दर्ज कराते रहते हैं.
Naxalites छुपने के लिए सुरंग का कर रहे इस्तेमाल
दंतेवाड़ा- बीजापुर इलाके में सुरक्षा बल को सर्चिंग के दौरान नक्सलियों के एक और कारनामे का पता लगा.अब नक्सली आतंकवादी की तरह जंगल में छुपने के लिए सुरंग का इस्तेमाल करने लगे हैं. छुपने के लिए सुरंग का उपयोग करने की बात जानकर ऐसा लग सकता है कि, यहां बात हमास के विद्रोहियों की हो रही है लेकिन यहां बात छत्तीसगढ़ के दांतेवाड़ा -बीजापुर इलाके की हो रही है जो नक्सली गतिविधियों से प्रभावित है. दंतेवाड़ा पुलिस को सर्चिंग के दौरान दंतेवाड़ा -बीजापुर सीमा पर एक सुरंग का पता लगा. जानकारी के अनुसार इस सुरंग में करीब 100 नक्सलियों के छुपने की जगह है. यह 10 फीट गहरी, 3 फीट चौड़ी और 80 मीटर लंबी है.
नक्सली छुपने और रसद के साथ हथियार छुपाने के लिए करते हैं सुरंग का उपयोग
इस सुरंग का उपयोग नक्सली छुपने और रसद के साथ-साथ हथियार छुपाने के लिए करते हैं. हाल ही में हुए हमले के बाद सुरक्षा बल छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित इलाकों में लगातार सर्च कर रहे हैं . ऐसी ही एक सर्चिंग के दौरान सुरंग का खुलासा हुआ. दंतेवाड़ा पुलिस ने इस सुरंग का पूरा वीडियो जारी किया है. छुपाने के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले इस बंकर को सुरक्षा बलों ने ध्वस्त कर दिया है. देखने में कहा जा सकता है कि कुछ समय पहले ही इस सुरंग का निर्माण किया गया था. यह सुरंग बताती है कि, समय के साथ नक्सली खुद को एडवांस करने के नए-नए तरीके अपना रहे हैं. आज कल इजरायल और हमास के बीच चल रहे युद्ध की खबरों में ऐसी सुरंग के बारे में पढ़ने को मिलता है. हमास के कई विद्रोही सालों से ऐसी सुरंग के जरिए इजरायल सुरक्षा बल को चकमा देते आए हैं.