पटना : बिहार से इस समय एक बड़ी खबर सामने आ रही है. सोशल मीडिया पर एक चिट्ठी वायरल है जिसमें अपर मुख्य सचिव के के पाठक के इस्तीफे KK Pathak Resigned की बात कही गई है.. इस पत्र में लिखा गया है कि दिनांक 9 जनवरी को अपर मुख्य सचिव के के पाठक ने खुद अपने पद से इस्तीफा दे दिया है. हलांकि ये एक वायरल चिट्ठी है, इसकी सत्यता की पुष्टि किसी ने नहीं की है. हम भी इस पत्र के सत्यता की पुष्टि नहीं करते हैं. सरकार की तरफ से भी इस संबंध में किसी तरह की कोई जानकारी नहीं दी गई है.
KK Pathak Resigned के क्यों लगा रहे हैं कयास?
दऱअसल अपर मुख्य सचिव केके पाठक की गिनती कड़क IAS अफसर के तौर पर होती है. केके पाठक पिछले कुछ समय से प्रदेश में शिक्षा की स्थिति को सुधारने के लिए कड़ी मेहनत कर रह रहे हैं. लगातार बिहार के शहरों और गांवों में स्कूलों के दौरे कर रहे हैं. जहां कहीं भी अनियमितताएं दिखाई दे रही है, वहां कड़ी कार्रवाई कर रहे हैं . पिछले कुछ महीनों में ही शिक्षा विभाग से संबंधित दर्जनों अफसरों और सैंकड़ों शिक्षकों पर कार्रवाई कर चुके हैं.
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यही कारण है कि अब तक बिहार में शिक्षा विभाग के नाम पर आरामतलबी कर रहे शिक्षकों और अधिकारियों का एक वर्ग केके पाठक के खिलाफ राज्य में मुहिम चला रहा हैं. हाल ही में कुछ शिक्षक नेताओं और एमएलसी ने राज्यपाल राजेंद्र अर्लेकर से मुलाकात कर केके पाठक को पद से हटाने की मांग की थी.
KK Pathak को पद से हटाने की मांग,अर्जी लेकर राज्यपाल के पास पहुंचे 15 MLC
यही कारण है कि अब सोशल मीडिया पर इस तरह की चिट्ठी वायरल होने पर कई तरह के कयास लगाये जा रहे हैं. हलांकि के के पाठक अभी आधिकारिक रुप से अवकाश पर हैं. उन्होंने स्वास्थ कारणों से 16 जनवरी तक के लिए अवकाश लिया है.
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दरअसल के के पाठक के इस्तीफे की खबरें इस वजह से भी वायरल हो रही है क्योंकि पाठक के छुट्टी पर जाते ही सरकार ने इस विभाग का संपूर्ण प्रभार तत्काल के लिए शिक्षा विभाग के सचिव वैद्यनाथ यादव को दिया गया है. हलांकि ये एक विभागीय प्रक्रिया का हिस्सा हो सकती है लेकिन संपूर्ण प्रभार दे दिये जाने के बाद से के के पाठक के इस्तीफे की खबरें वायरल हैं. मीडिया में चल रही खबरों पर सरकार की तरफ से अब तक कोई प्रतिक्रिया अभी नहीं आई है.