भोपाल : मध्यप्रदेश के सबसे हाई प्रोफाइल बुधनी सीट पर मुकाबला दिलचस्प होने वाला है. बुधनी सीएम शिवराज सिंह चौहान का विधानसभा क्षेत्र है. यहां नामांकन दाखिल करने के आखिरी दिन सपा (Samajvadi Party) ने वैराग्यानंद गिरी उर्फ मिर्ची बाबा Mirchi Baba को मैदान में उतार दिया है. सपा ने आखिरी समय में इस सीट से मिर्ची बाबा Mirchi Baba का नाम तय किया है.
Mirchi Baba Shivraj Singh के खिलाफ लड़ेंगे चुनाव
बुधनी पहुंच कर मिर्ची बाबा ने सबसे पहले भूमि को दंडवत प्रणाम किया फिर समाजवादी पार्टी से अपना नामांकन दाखिल किया. मिर्ची बाबा के नामांकन के समय काफी संख्या में उनके भक्तों की भीड़ नजर आई. आपको बता दें कि सीएम शिवराज सिंह बुधनी से विधानसभा के सदस्य है और बुधनी सीएम शिवराज सिंह की परंपरागत सीट है. वहीं कांग्रेस ने इस सीट से रामायण पार्ट-2 में हनुमान का किरदार निभाने वाले एक्टर विक्रम मस्ताल को उम्मीदवार बनाया है. इस सीट पर अब मिर्ची बाबा के आने से मुकाबला त्रिकोणीय और दिलचस्प हो गया है.
Mirch Baba ने शिवराज पर साधा निशाना,वादों की लगाई झड़ी
बुधनी एडीएम ऑफिस में मिर्ची बाबा के आने का जानकारी होते ही लोगों की भीड़ जमा हो गई. नामांकन दाखिल करने के बाद मिर्ची बाबा ने भी मौके का फायदा उठाते हुए इलाके के विधायक और प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह पर जम कर निशाना साधा. बाबा ने कहा कि बड़े दुख की बात है कि जो अपने आप को नर्मदा का बेटा बताते हैं, उन्होंने अभी तक नर्मदा क्षेत्र में एक घाट तक नहीं बनाया. मिर्ची बाबा ने कहा कि अगर बुधनी की जनता उन्हें जिता कर काम करने का मौका देती है तो सबसे पहले वो यहां एक उच्च कोटी के घाट का करायेंगे,जिसकी पहचान देश विदेश में होगी.
इसके साथ ही इलाके के विकास के लिए फैक्ट्रियां लगाई जायेंगी, जिसमें स्थानीय लोगों को प्राथमिकता दी जायेगी .मिर्ची बाबा ने कहा कि बुधनी को जिला बनायेंगे .
कौन हैं मिर्ची बाबा ?
मध्यप्रदेश में मिर्ची बाबा एक जाना पहचना और हाइ प्रोफाइल नाम है.मिर्ची बाबा का नाम तब चर्चा में आया जब 2019 लोकसभा चुनाव में साध्वी प्रज्ञा के खिलाफ चुनाव लड़ रहे दिग्विजय सिंह के लिए 20 क्विंटल मिर्ची से हवन किया था और दावा किया था कि अगर दिगविजय सिंह चुनाव नहीं जीते तो जल समाधी ले लेंगे, लेकिन दिग्विजय सिंह के चुनाव हार जाने के बाद मिर्ची बाबा अपने वादे से मुकर गये. मिर्ची बाबा एक साल पहले बलात्कार के मामले में जेल यात्रा भी कर चुके हैं.
मिर्ची बाबा को भभूती खिलाकर रेप करने के मामले में हुई थी जेल
पिछले साल 9 अगस्त 2022 को भोपाल पुलिस ने मिर्ची बाबा को एक निसंतान महिला के साथ बलात्कार के मामले में ग्वालियर से गिरफ्तार किया था. मिर्ची बाबा पर आरोप है कि उन्होंने रायसेन की एक 28 साल की बेऔलाद महिला को भभूती में नशीला पदार्थ मिलकार खिलाया और फिर उसके साथ बलात्कार किया.
मजदूर से महामंडलेशवर बनने का सफर
आपको बता दें कि मिर्ची बाबा का वास्तविक नाम राकेश दुबे है,जो मध्यप्रदेश के ही भिंड जिले के रहने वाले हैं. स्थानीय लोगों के मुताबिक राकेश दूबे के पिता मालनपुर मंदिर के पुजारी थे. राकेश दूबे ने रोजगार की शुरुआत एक मिल से मजदूर के रुप में की, फिर अपनी ही चार बीघा जमीन बेचकर ट्रक खरीदा लेकिन वहां भी घाटा लगा और ट्रक बेचना पड़ा.फिर एमपी छोड़कर गुजरात चले गये. वहां भी एक निजी फैक्ट्री में काम करने लगे. इसी दौरान उनकी मुलाकात किसी साधु से हुई और आश्रम की गतिविधियों में शीमिल होने लगे . साघु की संगत मे रहते हुए राकेश दूबे ने संन्यास ले लिया और नया नामकरण वैराग्यानंद बाबा हो गया
राकेश दूबे से मिर्ची बाबा बनने की क्या है कहानी ?
वैराग्यानंद बाबा की खास पूजा पद्धति ने उनको एक नई पहचान दी है. वो उपने भक्तों के कष्टों का निराकरण मिर्ची की धुनी रमकर उसका धुंआ देकर करते हैं.
इसी खास पद्धित के कारण लोगों ने उन्हें मिर्ची बाबा कह कर पुकारना शुरु कर दिया. थोड़े ही समय में मिर्ची बाबा की ख्याति फैल गई और घीरे धीरे वे कांग्रेस के बड़े नेताओं के संपर्क में आने लगे. कहा जाता है कि कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह के साथ खास नजदीकी के कारण इन्हें भोपाल में मिनाल रेजीडेंसी में बंगला मिला . बाबा की ख्याती और राजनीतिक गठजोड़ का आलम ये रहा है कि 2018 में जब उनके पिता का निधन हुआ तो श्राद्ध पूजा में करीब 20 हजार से ज्यादा लोग शामिल हुए . इतना ही नहीं इनके पास राजनीतिक दलों के बड़े बड़े नेताओं का आना जाना लगा रहता है. मिर्ची बाबा का पकड़ कांग्रेस में अच्छी मानी जाती है .