दिल्ली : लोकसभा चुनाव 2024 से पहले विपक्ष मोदी सरकार के खिलाफ प्रादेशिक पार्टियों को जोड़ कर एक मजबूत संयुक्त विपक्ष (United Opposition) तैयार करने की कवायद में जुटी है, वहीं NDA की अगुवाई कर रही बीजेपी ने भी अपने कुनबे में प्रादेशिक पार्टियों को जोड़ना शुरु कर दिया है.
United Opposition से टक्कर की तैयारी
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने रविवार को सुबह सुबह ये जानकारी साझा की कि सुहैलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर एनडीएम में शामिल हो गये हैं. शाह ने लिखा कि राजभर के आने से उत्तर प्रदेश में एनडीए को मजबूती मिलेगी और मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए द्वारा गरीबों व वंचितों के कल्याण हेतु किए जा रहे प्रयासों को और बल मिलेगा.
श्री @oprajbhar जी से दिल्ली में भेंट हुई और उन्होंने प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के नेतृत्व वाले NDA गठबंधन में आने का निर्णय लिया। मैं उनका NDA परिवार में स्वागत करता हूँ।
राजभर जी के आने से उत्तर प्रदेश में एनडीए को मजबूती मिलेगी और मोदी जी के नेतृत्व में एनडीए द्वारा… pic.twitter.com/uLnbgJedbF
— Amit Shah (@AmitShah) July 16, 2023
18 जुलाई को शक्ति प्रदर्शन की तैयारी
लोकसभा चुनाव 2024 के मद्देनजर 18 जुलाई का दिन खास रहने वाला है. 18 जुलाई को संयुक्त विपक्ष ने तमाम समान विचारधारा वाली मित्र पार्टियों को बैंगुलुरु में बैठक के लिए बुलाया है. बैठक का नेतृत्व कांग्रेस कर रही है. कांग्रेस का दावा है कि इस बैठक में 24 पार्टियां शामिल होंगी, वहीं 18 जुलाई की शाम को ही पीएम मोदी ने दिल्ली में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(NDA ) बैठक बुलाई है.
18 जुलाई को पीएम मोदी की बैठक में तीन पार्टियां जुड़ेगी
पिछले दो दिन में बीजेपी ने NDA में तीन प्रांतीय पार्टियों को जोड़ा है. ओपी राजभर से पहले जीतनराम मांझी और चिराग पासवान को 18 जुलाई की शाम होने वाले बैठक में शमिल होने का न्योता देकर साफ कर दिया के ये दोनों अब NDA गठबंधन का हिस्सा हैं. हलांकि चिराग पासवान की पार्टी LJP पहले भी NDA का हिस्सा रह चुकी है ,वहीं ओम प्रकाश राजभर की भी NDA में वापसी हुई है . राजभर 2017 में NDA का हिस्सा बने थे, फिर 2022 में बीजेपी के खिलाफ विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव के साथ मिलकर अपनी ताकत दिखाई थी.
United Opposition की बैठक में 24 पार्टियों के आने की उम्मीद
2024 के लोकसभा चुनाव से पहले पीएम नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक मजबूत विपक्ष तैयार करने के लिए कांग्रेस की अगुवाई में बैंगलुरू में 18 जुलाई को बैठक हो रही है . नीतीश कुमार की अगुवाई में पटना में हुई बैठक में जहां केवल 15 पार्टियां शामिल हुई थीं,वहीं बैंगलुरु में होने वाली बैठक में 24 पार्टियों के आने की संभावना है. इस बैठक में कांग्रेस की चेयरपर्सन सोनियां गांधी भी शामिल होंगी. सोनिया गांधी ने 18-19 जुलाई को होने वाली बैठक से पहले 17 जुलाई को बैंगलुरु में सहयोगियों के लिए रात्रिभोज का आयोजन किया है.
बैठक में अरविंद केजरीवाल होंगे शामिल !
दिल्ली अध्यादेश को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी में सहमति बनती दिख रही है. कांग्रेस अध्यक्ष मलिकार्जुन खड़गे के एक बयान के बाद ये कयास लगाया जा रहा है कि कांग्रेस आम आदमी पार्टी के अध्यादेश पर अपना हाथ आप के साथ देने के लिए तैयार है. पटना में 23 जून को हुई बैठक में दिल्ली अध्यादेश पर उचित तव्वज्जो ना मिलने से दिल्ली सीएम अरविंद केजरीवाल नाराज नजर आये थे. इस लिए केजरीवाल के विपक्ष की बैठक में आने को लेकर स्थिति साफ नहीं थी लेकिन अब कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि संसद के आगामी सत्र में कांग्रेस जिन मुद्दों को सदन में उठायेगी उनमें “संघीय ढांचे पर आक्रमण” का मुद्दा एक होगा.
आज हमारी 'पार्लियामेंट्री स्ट्रैटजी ग्रुप' की दूसरी बैठक हुई। इस बैठक में हमने मानसून सत्र को लेकर लम्बी चर्चा की।
संसद में जो मुद्दे हमें उठाने हैं उसको लेकर हमने चर्चा की। यह मुद्दे हैं जिनपर पर चर्चा चाहेंगे 👇
• मणिपुर पर चर्चा
• रेल सुरक्षा पर चर्चा
• संघीय ढांचे पर… pic.twitter.com/Lvh5jpPyN9— Congress (@INCIndia) July 15, 2023
अब एनडीए (NDA) और संयुक्त विपक्ष (United Opposition) दोनो अपनी अपनी शक्ति प्रदर्शन करने की तैयारी मे हैं. ओम प्रकाश राजभर के NDA में आने के बाद कयास लगाये जा रहे हैं कि उत्तर प्रदेश से कुछ और लोग टूट कर NDA का हिस्सा बन सकते हैं. जयंत चौधरी को लेकर ये कयास लगाये जा रहे हैं कि अब तक जयंत चौधरी ने संयुक्त विपक्ष का हिस्सा हैं और इसलिए बैंगलुरु बैठक में शामिल होने की तैयारी में हैं.