मुंबई : महाराष्ट्र (Maha Politics)में 53 में से 30 विधायकों का समर्थन प्राप्त करने का दावा करने वाले अजित पवार (Ajit Pawar) एक बार फिर से मुश्किल में फंसते नजर आ रहे हैं. NCP के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने अजित पवार समेत नौ विधायकों के खिलाफ विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को पत्र लिखकर इन विधायकों को अयोग्य करार देने की मांग की है. जयंत पाटिल ने दावा किया कि 9 विधायक पार्टी नहीं हो सकते.
हमने विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष अयोग्यता याचिका दायर की है और हम जल्द से जल्द ठोस दस्तावेज भेजेंगे। यह अयोग्यता याचिका 9 नेताओं के खिलाफ दायर की गई थी। उन्होंने किसी को यह नहीं बताया कि वे वह पार्टी छोड़ रहे हैं। हमने भारत चुनाव आयोग को भी पत्र लिखा है…हमें विश्वास है कि अधिकांश… pic.twitter.com/NBMzSGksAM
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 2, 2023
जयंत पाटिल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ये 9 विधायक तकनीकी रूप से अयोग्य करार हो चुके हैं.
अजीत पवार रविवार को शिंदे सरकार में डिप्टी सीएम बने
NCP नेता अजित पवार ने रविवार को 30 विधायकों का समर्थन प्राप्त होने की बात करते हुए एकनाथ शिंदे की सरकार में डिप्टी सीएम के पद पर शपथ लिया.अजित पवार के साथ-साथ उनके आठ और विधायकों ने शिंदे सरकार में मंत्री पद की शपथ ली. अजीत पवार के साथ जिन 8 विधायकों ने शिंदे सरकार में मंत्री पद की शपथ ली उनमें छगन भुजबल, अनिल परब, घनंजय मुंडे, धर्मराव अत्राम, दिलीप वलसे पाटिल, अदिती तटकरे,संजय बनसोड़े और हसन मुशरिफ शामिल हैं.
#WATCH | NCP Leader #AjitPawar sworn-in as Deputy Chief Minister of #Maharashtra.
3rd time in the current tenure Assembly, Ajit Pawar sworn-in as Deputy CM. pic.twitter.com/H2iBiRxTbd
— All India Radio News (@airnewsalerts) July 2, 2023
अजीत पवार की बगावत के बाद एनसीपी में बवाल
रविवार को शिंदे सरकार मे शामिल होने से पहले अजीत पवार ने एनसीपी की वर्तमान अध्यक्ष सुप्रिया सुले और प्रफुल्ल पटेल से मुलाकात की. बैठक काफी देर चली.बैठक से निकलने के बाद अजीत पवार अपने समर्थक विधायकों के साथ राजभवन पहुंचे थे लेकिन अजीत पवार और उनके समर्थक विधायकों के शपथ ग्रहण के बाद मुंबई में एनसीपी कार्यालय में कार्यकर्ता अजीत पवार और उनके विधायकों के पोस्टरों पर कालिख पोतते और नारेबाजी करते नजर आये.
शरद पवार ने कहा पार्टी को फिर से खड़ा करेंगे , 4-6 जुलाई को करेंगे बैठक
रविवार से शुरू हुए घटनाक्रम में अजित पवार के शिंदे सरकार में मंत्री पद की शपथ लेने के बाद पार्टी के वरिष्ठ नेता शरद पवार ने कहा कि वो एक बार फिर से एनसीपी को खड़ा करने की कोशिश करेंगे. वहीं एनसीपी की कार्यकारी अध्यक्ष सुप्रिया सुले ने भी इसे बगावत करार देते हुए पार्टी को फिर से खड़ा करने की बात की. सुप्रिया सुले ने कहा कि अजित पवार उनके बड़े भाई हैं, इसलिए वो रिश्ता वैसे ही रहेगा, लेकिन पार्टी के साथ बगावत को हल्के में नहीं लिया जाएगा.
#WATCH महाराष्ट्र: NCP अध्यक्ष शरद पवार पुणे में अपने आवास से रवाना हुए।#MaharashtraPolitics pic.twitter.com/TBeiIu5yaW
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 3, 2023
अजीत पवार का सरकार मे शामिल होना रणनीति ?
एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल के बयान से उन कायसो को हवा मिली है जिसमे पहले से ही इसे शिंदे सरकार के खिलाफ एक रणनीति के तौर पर देखा जा रहा था. जयंत पाटिल ने दावा किया कि उनकी (एकनाथ शिंदे) अहमियत को कम करने के लिए अजीत पवार को उनकी सरकार में शामिल कराया गया है.
अजीत पवार के तौर पर बीजेपी ने किया विकल्प तैयार
मान जा रहा है कि अजीत पवार को डिप्टी सीएम बनाकर बीजेपी ने महाराष्ट्र में एक मजबूत सीएम का चेहरा तैयार कर लिया है. एकनाथ शिंदे को कभी भी रिप्लेस किया जा सकता है. अजीत पवार का NDA में शामिल होना बीजेपी के लिए फायदे का सौदा साबित हो सकता है. उन्हें अजीत पवार के रुप में महाराष्ट्र में एक मजबूत नेता मिल जायेगा, जिसे आने वाले लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी का रास्ता आसान हो सकता है.
अजीत पवार के NDA में आने से विपक्षी एकता की मुहिम का झटका
पटना में विपक्षी एकता के लिए हुई बैठक के साथ-साथ 2024 के चुनाव के लिहाज से अजित पवार का NDA में शामिल होना बीजेपी के लिए एक बड़ी खबर मानी जा रही है. माना जा रहा है कि महाराष्ट्र में बीजेपी ने अजीत पवार को नये मुख्यमंत्री के चेहरे के तौर पर तय कर लिया है .अजित पवार के एनडीए में शामिल होने से विपक्ष एकता की मुहिम को जोरदार झटका लगा है.
पटना में नीतीश कुमार के कोशिशों के बाद हुई विपक्षी एकता के लिए हुए बैठक में एनसीपी नेता शरद पवार ने अगली बैठक के लिए 13-14 जुलाई का समय तय किया था. अब इस बैठक से पहले महाराष्ट्र में हुए इस सियासी फेरबदल में विपक्षी एकजुटता को कड़ा झटका लगा है. एनसीपी के वरिष्ठ नेता शरद पवार मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी एकता को जोड़ने के लिए बनने वाले मोर्चे के सबसे बड़े नेताओं में से एक हैं.
जयंत पाटील के दावे के क्या है मायने ?
महाराष्ट्र की राजनीति में हुए नए घटनाक्रम को देखते हुए जयंत पाटील के दावे को एक रणनीति के तौर पर देखा जा रहा है. एकनाथ शिंदे सरकार जो पहले से ही बहुमत में है, उनकी सरकार में बीजेपी ने अजीत पवार को शामिल कराकर एक नये सीएम सीएम की संभावनाओं को हवा दे दी है. राजनीतिक जानकारों के मुताबिक लोकसभा चुनाव से पहले बीजेपी महारष्ट्र मे शरद पवार और एनसीपी के सहारे महाराष्ट्र मे चुनावी नैय्या पार लगाने की तैयारी में है. अजीत पवार को लोकसभा चुनाव से पहले एकनाथ शिंदे को हटाकर नया सीएम बनाया जा सकता है .